गुजरात में चुनाव प्रचार करेंगे हुड्डा, 1 दिसंबर को कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए मांगेंगे वोट
punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 10:05 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): गुजरात चुनाव के लिए सभी पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगाकर चुनाव प्रचार करने में जुटी हुई हैं। दूसरे चरण की वोटिंग से पहले कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी गुजरात जाएंगे। बीजेपी द्वारा फिर से सरकार बनाने के दावों को खारिज करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी केवल कांग्रेस को ही नहीं, भारतीय जनता पार्टी के वोटों को भी अवश्य प्रभावित करेगी। उन्होंने कहा कि जितना गुजरात को मैं समझता हूं, उस हिसाब से शहर में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति मजबूत है और गांव में कांग्रेस की। इसी कारण पिछली बार भाजपा 99 तथा कांग्रेस 77 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी थी यानि कांग्रेस भी कहीं कमजोर नहीं है। कांग्रेस पूरी मजबूती से हर जगह मुकाबले में है। चुनाव रिजल्ट के बाद यह निश्चित हो पाएगा कि ''आप'' के कारण किस हल्के में किसे कितना नुकसान और किसे कितना फायदा होगा। हुड्डा ने कहा कि 1 दिसंबर को वे भी गुजरात में चुनाव संबंध में अवश्य जाएंगे। उसके बाद वहां का सही आकलन निकाल पाएंगे।
इस बार गुजरात में बनेगी कांग्रेस की सरकार : हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राहुल गांधी की "भारत जोड़ो यात्रा" पर बोलते हुए कहा कि जब राहुल गांधी हरियाणा में आएंगे तो यहां का नजारा देखकर ही आपको अनुमान हो जाएगा कि इस यात्रा का कितना बड़ा असर होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुजरात चुनाव में भी इस यात्रा का बड़ा फायदा कांग्रेस को होने जा रहा है। पिछली बार जीती 77 सीट का आंकड़ा इस बार कहीं अधिक बढ़ेगा। कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी से पिछली बार कड़े मुकाबले में थी। लेकिन इस बार भाजपा को परास्त करने में कांग्रेस पार्टी को अवश्य सफलता मिलेगी।
बॉन्ड पॉलिसी को लेकर जल्द ही कोई कदम उठाए सरकार : हुड्डा
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डॉक्टरों की हड़ताल को समाप्त करने की विनती करने वाले भाजपा नेताओं से आग्रह किया है कि डॉक्टरों को मनाने की बजाय अपनी सरकार को मनाए कि वह अपनी गलत नीतियों-योजनाओं पर अड़ियल रवैया ना अपनाएं। तुरंत प्रभाव से इनकी मांग को मानते हुए अपने फैसले को वापिस लें। उन्होंने कहा कि जब किसी बात से जनता संतुष्ट नहीं है और इस आंदोलन से मरीजों को होने वाली तकलीफ को समझते हुए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि उसे कदम पीछे हटा लेने चाहिए।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)