हर साल हलाल हो रहे 31 करोड़ मुर्गे

punjabkesari.in Monday, Jun 11, 2018 - 08:17 AM (IST)

सिरसा(नवदीप): दूध-दही के खाने के लिए प्रसिद्ध हरियाणा के लोगों का जायका अब बदल रहा है। अब हरियाणा में बड़े पैमाने पर लोग मांस मछली का सेवन करने लगे हैं। हर रोज हरित प्रदेश में करीब 9 लाख मुर्गे, 1000 बकरे, 1000 भेड़ें एवं 500 सूअर हलाल हो रहे हैं। जी हां यह चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं अभी हाल ही में सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी एनवायरनमैंट स्टैटिक्स 2018 की रिपोर्ट में। यह रिपोर्ट डिपार्टमैंट ऑफ एनिमल्स हसबैंडरी एंड फिशरीज और कृषि मंत्रालय के साथ मिलकर तैयार की गई है। 

रिपोर्ट के अनुसार अकेले 2016-17 में ही हरियाणा में 31 करोड़ 85 लाख मुर्गे, 3 लाख 70 हजार भेड़ें, 3 लाख 54 हजार बकरे एवं 1 लाख 50 हजार सूअर हलाल हुए। दरअसल यह सब हैरान करता है कि 44000 वर्ग किलोमीटर में फैले जिस हरियाणा में नैशनल हाईवे से लेकर ग्रामीण मार्गों पर डेरे, मठ, आश्रम व धार्मिक स्थान है उसी हरित प्रदेश में अब लोग मांस-मछली का सेवन व्यापक पैमाने पर करने लगे हैं। रिपोर्ट का रोचक पहलू यह भी है कि पड़ोसी प्रदेश पंजाब से भी ज्यादा मांस का सेवन हरियाणा में होता है। 

इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2015-16 में हरियाणा में करीब 30 करोड़ चिकन यानी मुर्गों का करीब 3 लाख 82 हजार टन मांस का उत्पादन हुआ, जबकि पंजाब में करीब 11 करोड़ 15 लाख मुर्गों का करीब 1 लाख 8 हजार टन मांस का उत्पादन हुआ। हालांकि रेड मीट यानी बकरे के मांस के मामले में पंजाब का आंकड़ा अधिक है। साल 2016 में पंजाब में 4 लाख 64 हजार जबकि साल 2017 में 5 लाख 11 हजार बकरे हलाल हुए जबकि हरियाणा में साल 2016 में 3 लाख 61 हजार जबकि 2017 में 3 लाख 54 हजार बकरे हलाल हुए। 
 

 

 


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Rakhi Yadav

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