कैथल में तिरंगे का अपमान, गीता जयंती महोत्सव में शहीद उदय सिंह किले से गायब रहा राष्ट्रीय ध्वज

punjabkesari.in Friday, Dec 02, 2022 - 03:37 PM (IST)

कैथल(जयपाल): एक तरफ जहां सरकार द्वारा जिला स्तर पर गीता जयंती समारोह मनाने को लेकर करोड़ों रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ कैथल जिला प्रशासन के पास शायद राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के भी पैसे नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि कैथल के जिस शहीद उदय सिंह किले पर पर गीता जयंती का आयोजन किया जा रहा है, वहां किले के ऊपर लगे राष्ट्रीय ध्वज के पोल पर हमारे देश का झंडा लग नहीं है।

 

कुछ दिन पहले ही सरकार ने चलाया था हर घर तिरंगा अभियान

 

यह हालात तब है जब महीने पहले ही सरकार द्वारा हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया था। देश के साथ ही राज्य के भी सभी सरकारी स्मारक व कार्यालयों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाना अनिवार्य किया गया था। यही नहीं हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए सरकारी राशन की दुकानों पर 20 रुपए में झंडे बेचे गए थे, ताकि हर घर पर तिरंगा फहराया जा सके। इस सब के बावजूद भी कैथल प्रशासन ने गीता महोत्सव के आयोजन पर किले पर तिरंगा फहराना जरूरी नहीं समझा। बात यहीं तक खत्म नहीं हुई, बल्कि राज्य मंत्री के आने से पहले जिला प्रशासन ने अपनी साख बचाने के लिए आनन-फानन में पास लगते दो सरकारी स्कूलों के बच्चों को समारोह में बुलाकर खाली कुर्सियां भरी।  

 

कार्यक्रम को बीच में ही छोड़कर निकल गईं राज्यमंत्री ढांडा

 

बता दें कि जिस लोक संपर्क विभाग के कंधों पर इस पूरे आयोजन के प्रचार प्रसार की जिम्मेवारी थी, उनका पांडाल राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के आने तक खाली पड़ा रहा। वहीं राज्यमंत्री भी गीता जयंती के आयोजन को बीच में ही छोड़कर निकल गईं। इस मामले को लेकर राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज हमारी शान है और हम सभी की जिम्मेवारी बनती है कि हम हमारे राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा किले पर राष्ट्रीय झंडा न लगाने को लेकर जो कमी रही है, उसे पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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