दिल्ली ब्लास्ट केस: तो इस वजह से कश्मीर से अल फलाह आया था जसीर, हुआ ये बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Dec 14, 2025 - 11:11 AM (IST)
फरीदाबाद ; व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल की विस्फोटक बनाने में मदद करने के लिए कश्मीर से युवक जसीर वानी कई बार अल फलाह यूनिवर्सिटी आया था। आरोपी जसीर वानी अब एनआईए की गिरफ्त में है। वो जम्मू कश्मीर की यूनिवर्सिटी में सेकेंड ईयर का छात्र है।
वीरवार को यूनिवर्सिटी परिसर में बने कमरे में बम निरोधक दस्ते की जांच के दौरान जसीर वानी को भी एनआईए टीम डॉ. मुजम्मिल व शाहीन के साथ लेकर यहां आई थी। सूत्रों की मानें तो यूरिया में केमिकल मिलाकर उसे रिफाइन कर अमोनियम नाइट्रेट ये संदिग्ध आतंकी बनाते थे। इसी काम में मदद करने के लिए जम्मू कश्मीर से जसीर वानी कई बार अल फलाह यूनिवर्सिटी आया था।
यहां वो डॉ. मुजम्मिल के पास ही रुकता था। यूरिया को आटा चक्की की मदद से बारीक पीसने के बाद उसमें केमिकल मिलाकर ये अमोनियम नाइट्रेट और फिर उसे रिफाइन कर विस्फोटक बनाते थे। जसीर वानी को एनआईए लेकर आई तो अल फलाह यूनिवर्सिटी के अलावा आस-पास के इलाके में 10 से अधिक जगहों की पहचान भी उससे कराई गई।
वहीं अल फलाह यूनिवर्सिटी में शुक्रवार दोपहर आरोपी लिपिक शोएब को लाकर यहां पहचान कराने व पूछताछ के बाद से अब यूनिवर्सिटी परिसर शांत है। एनआईए टीम शुक्रवार दोपहर और शनिवार को यूनिवर्सिटी परिसर में नहीं पहुंची।