जींद उपचुनाव: नामांकन भरने पहुंचे मिड्ढा, भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़

punjabkesari.in Thursday, Jan 10, 2019 - 01:02 PM (IST)

जींद(विजेन्द्र): जींद उपचुनाव के लिए नामांकन भरे जाने का आज आखिरी दिन होने की वजह से राजनीतिक पार्टियों की कश्मकश तेज हो गई है। एक-एक करके सभी पार्टियां नामांकन भरने के लिए एसडीएम कोर्ट पहुंच रही हैं। वहीं भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा भी दल-बल समेत अर्जुन स्टेडियम में एकत्रित हो चुके हैं, जो कुछ ही देर में नामांकन भर सकते हैं।

जींद उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्डा के नामांकन के लिए अर्जुन स्टेडियम में एकत्रित हुए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, प्रदेश महामंत्री संजय भाटिया, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार, श्रम मंत्री नायब सिंह सैनी, सांसद रमेश कौशिक, विधायक सरदार बख्शीश सिंह विर्क, प्रेमलता, महिपाल ढांडा,  डॉ कमल गुप्ता, रोहिता रेवड़ी, जगदीश चोपड़ा, राजीव जैन, रामचंद्र जांगड़ा, डॉ बलवान सिंह, विनोद भ्याना, कृष्णा गहलावत, जिलाध्यक्ष अमरपाल राणा, जवाहर सैनी समेत बड़ी संख्या में वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद हैं।

जींद विधानसभा उपचुनाव के लिए इनेलो के पूर्व विधायक हरिचंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा का टिकट भारतीय जनता पार्टी ने बीते दिन ही फाइनल किया था। बता दें कि 2014 के चुनाव में इनेलो के डॉ. हरिचंद मिड‌्ढा ने जींद विधानसभा से चुनाव जीता था, लेकिन लंबी बिमारी के चलते 26 अगस्त 2018 को उनका निधन हो गया था। जिसके बाद चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा की। वहीं भाजपा ने नवंबर 2018 में इनेलो में सेंधमारी कर हरिचंद मिड्ढा के बेटे कृष्ण मिड्ढा को भाजपा में शामिल कर पहले ही उनकी उम्मीदवारी के संकेत दे दिए थे। भाजपा के लिए मिड्ढा इनेलो के वोटबैंक में सेंधमारी करने का काम करेंगे।

जींद में 28 जनवरी को मतदान होना है, यह चुनाव हरियाणा में 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल भी कहा जा रहा है। इस वजह से सभी पार्टियां इसमें पूरा जोर लगा रही हैं। जींद विधानसभा सीट पर 12 बार हुए चुनाव में एक बार भी कमल नहीं खिला है। भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती यहां खाता खोलने की रहेगी।

साल 2014 में सिर्फ 1.86% वोट के अंतर से हारी थी भाजपा 
जींद विधानसभा में 12 बार हुए चुनाव में 5 बार कांग्रेस, 4 बार लोकदल व इनेलो के विधायक बने। हरियाणा विकास पार्टी, एनसीओ के एक-एक बार व एक बार निर्दलीय विधायक बने हैं। इस सीट को कांग्रेस नेता मांगेराम गुप्ता के नाम से जाना जाता है। वे यहां से 4 बार जीते व 4 बार हारे। 2009 में इनेलो नेता हरिचंद  मिढ़ा ने 36.40त्न वोट लेकर उन्हें हराया। 2014 में मिड्‌ढा ने इनेलो से ही भाजपा में आए सुरेंद्र बरवाला को 1.86% यानी 2257 वोट से हराया। मिड्‌ढा को 25.99% वोट मिले थे।


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Shivam

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