जींद की इन मंडियों में गेहूं खरीद में बड़ा घोटाला, करोड़ों के अनाज की हो रही हेराफेरी
punjabkesari.in Thursday, May 15, 2025 - 05:27 PM (IST)

उचाना/जींद (अमनदीप पिलानिया): जैसे ही गेहूं की सरकारी खरीद का सीजन शुरू होता है, वैसे ही मंडियों में एक पूरा सिस्टम सक्रिय हो जाता है। एक ऐसा तंत्र जो अनाज के साथ-साथ ईमानदारी को भी तौलने लगता है। नरवाना और उचाना की अनाज मंडियों में सामने आए ताजा मामले ने यह साबित कर दिया है कि हर ट्रक में 4-5 क्विंटल गेहूं गायब किया जा रहा है। इस घोटाले का खुलासा ट्रक ड्राइवरों ने किया है।
एक ट्रक से 10 हजार रुपये की हेराफेरीः ट्रक ड्राइवर
गांव दनोदा मंडी से गेहूं लेकर उचाना कलां गोदाम पहुंचाने वाले एक ट्रक ड्राइवर ने खुलासा किया कि जब खाली ट्रक की तुलाई की जाती है, तब जानबूझकर उसमें 4-5 लोग चढ़ा दिए जाते हैं। इससे खाली गाड़ी का वजन अधिक हो जाता है और बाद में जब गेहूं से भरी गाड़ी का वजन किया जाता है, तो वहीं, बढ़ा हुआ वजन काट लिया जाता है। इसका नतीजा हर गाड़ी से 4 से 5 क्विंटल गेहूं गायब कर दिया जाता है। ट्रक ड्राइवर ने कहा कि यदि औसतन हर गाड़ी से 10 हजार रुपये की हेराफेरी हो रही है और सीजन में हजारों ट्रक चलते हैं, तो यह घोटाला सीधे-सीधे करोड़ों तक पहुंचता है। यह कोई एक दिन की बात नहीं है। यह घोटाला सुनियोजित है, सिलसिलेवार है और पूरे सिस्टम की जानकारी और सहयोग से चल रहा है।
डर का साया: बोलने की सजा तय है
आगे कहा कि ड्राइवरों को धमकी दी जाती है कि अगर उन्होंने आवाज उठाई, तो उनकी मजदूरी काट ली जाएगी या उन्हें काम से निकाल दिया जाएगा। आढ़तियों को कहा जाता है कि अगर उन्होंने सवाल उठाए, तो उनके गेहूं में "नमी" निकाल दी जाएगी और माल गोदाम में नहीं लिया जाएगा। इस डर के चलते न तो आढ़ती बोलते हैं, न ही मजदूर।
मामला संज्ञान में थाः एफआई
जब मीडिया ने इस विषय पर अधिकारियों से जवाब मांगा, तो टालमटोल करते हुए कहा गया कि एफआई ही कुछ कह पाएंगे। घंटों बाद पहुंचे एफआई नवनीत ने स्वीकारा कि मामला उनके संज्ञान में दो दिन पहले आया था, जिसे अब सुधार दिया गया है। लेकिन क्या वाकई सुधार हुआ है, या यह सिर्फ घोटाले को दबाने की एक और कोशिश है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)