पत्रकार झुकेगा नहीं तो उसकी स्वतंत्रता को कोई नहीं छीन सकता: प्रोफेसर वीरेंद्र चौहान

punjabkesari.in Saturday, Aug 14, 2021 - 10:28 PM (IST)

ऐलनाबाद (सुरेंद्र सरदाना): देश की आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर शहर की नोहर रोड पर स्थित महाराजा अग्रसेन धर्मशाला में उपमंडल पत्रकार संघ की ओर से पत्रकार और स्वतंत्रता विषय पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर हरियाणा साहित्य अकादमी के उपनिदेशक प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान उपस्थित हुए जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हरियाणा के मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक छाबड़ा उपस्थित हुए। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमंडल पत्रकार संघ के अध्यक्ष सुभाष चौहान ने की। प्रभावी मंच संचालन वीरेंद्र सिंह भादू व सुरेंद्र सरदाना ने संयुक्त रूप से की। इस कार्यक्रम में ऐलनाबाद, सिरसा, डबवाली, रानियां, कालांवाली, ओढां, चोपटा के साथ-साथ सीमावर्ती राजस्थान के नोहर, रावतसर, टिब्बी, संगरिया व हनुमानगढ़ के पत्रकारों ने भी भाग लिया। सभी अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके पुष्पांजलि अर्पित की। वंदेमातरम के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में सिरसा से आई चाहत गोयल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया वही गायक सिकंदर सागर ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत कर समां बांधा। 

इस अवसर पर मुख्य वक्ता प्रो वीरेंद्र चौहान ने कहा कि हमारे देश को हजारों ज्ञात अज्ञात वीरों की शहादत से आजादी मिली थी। वर्ष 1857 की आजादी की लड़ाई में हरियाणा का विशेष योगदान रहा है। हमारे देश की आजादी बिना खडक व बिना ढाल के नहीं आई थी। अगर भगत सिंह, मंगल पांडे, चंद्रशेखर आजाद और सुभाष चंद्र बोस नहीं होते तो हमारे देश में कभी तिरंगा नहीं लहराता। हमारे देश की आजादी तश्तरी में रखकर नहीं आई थी बल्कि हमारी भारत माता की भुजाएं काट कर आई थी। आजादी के दिन ही लाखों लोग मारे गए थे और उससे कहीं ज्यादा लोग बेघर हुए थे। आधुनिक भारत में भी हिंदी पत्रकारिता का नाम स्वतंत्रता आंदोलन जुड़ा रहा है। शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, बाल गंगाधर तिलक और गणेश शंकर विद्यार्थी भी पत्रकार थे। द हिंदू और आनंद बाजार पत्रिका ने आजादी की लड़ाई बखूबी लड़ी थी। हरियाणा के बालमुकुंद गुप्त ने तलवार से बड़ी कलम को साबित करके दिखाया था। 

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता पाने के लिए पत्रकारों में माद्दा होना जरूरी है। आजादी से पहले और आज तक पत्रकारिता उतनी ही स्वतंत्र है जितना किसी पत्रकार का माद्दा। अगर पत्रकार कमजोर हुए तो उसे गुलाम बनाया जा सकता है। कलम पर सबसे बड़ा संकट आपातकाल के समय आया था। अगर पत्रकार समझौता करेंगे तो उनकी स्वतंत्रता बरकरार नहीं रहेगी। अगर पत्रकार झुकेगा नहीं तो उसकी स्वतंत्रता को कोई नहीं छीन सकता। वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति पत्रकार है, लेकिन किसी को भी अनंत स्वतंत्रता हासिल नहीं है। अयोग्य व्यक्तियों को अनंत स्वतंत्रता नहीं दी जा सकती। इसलिए पत्रकारों को भी मर्यादा में रहना जरूरी है। मर्यादा में रह कर ही पत्रकार आजाद था आजाद है और आजादरहेगा। इससे पूर्व हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर अशोक छाबड़ा, दैनिक भास्कर के पूर्व ब्यूरो चीफ इंद्रमोहन शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गुरजीतसिंह मान, भूपेंद्र पन्नीवालिया, प्रदीप सचदेवा, राजेंद्र ढाबा सहित कई अन्य पत्रकारों ने भी विषय अंतर्गत अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में ऐलनाबाद शहर की 20 प्रमुख समाजसेवी संस्थाओं को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों व पत्रकारों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपमंडल पत्रकार संघ के संरक्षक डॉ एमपी भार्गव, हरियाणा बीज विकास निगम के पूर्व चेयरमैन पवन बेनीवाल, कॉन्फेड हरियाणा के पूर्व चेयरमैन मलकीतसिंह खोसा, कैप्टन अमरदीप चौटाला, व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुभाष गोयल, नगरपालिका के चेयरमैन रविंदर लड्ढा, मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन अमीरचंद मेहता, कच्चा आढ़तीया एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष जसवीर सिंह चहल, इनेलो के हलका अध्यक्ष अभयसिंह खोड, शहरी अध्यक्ष डॉ विनोद गोदारा, शहीद भगतसिंह वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक अरोड़ा, वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष हनुमान प्रसाद अग्रवाल व रायसिंह भाम्भू, मिशन हरियाली के अध्यक्ष डॉ. एनआर सिद्ध, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष केसी छापोला, अरोड़ा वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेश ग्रोवर, शिव नंदीशाला के संचालक रूपराम जयपाल, रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सज्जन गोयल, मिशन ग्रीन टीम के अध्यक्ष पवन सांखला व रामअवतार पारीक, सत्य नारायण पांडिया, मानव संरक्षण कल्याण संगठन के अध्यक्ष, साहिल प्रजापति, सेवा भारती के अध्यक्ष नरेंद्र सपरा, योग गुरु हेमराज सपरा व योग शिक्षिका मंजू धानुका, निगरानी कमेटी के चेयरमैन नरेश कटारिया, बीमार गोवंश उपचार आश्रम के अध्यक्ष सुखदेव शर्मा, हरप्रभ आश्रम सेवा समिति के अध्यक्ष वीर जसविंदर सिंह खालसा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संघचालक सुशील सरावगी, श्री विश्वकर्मा लक्कड़ मंडी के अध्यक्ष बलविंदर सिंह व वकील सिंह, भारतीय अटल सेना राष्ट्रवादी के उपाध्यक्ष भंवरलाल सिकरिया, एडवोकेट राकेश बब्बर, जगतार रंधावा, प्रवीण शर्मा, हनुमान दास पटीर, डॉ आर जी बेनीवाल, गीता बेनीवाल, डॉ विजय गर्ग, बबलू शेखावत, डॉ वरुण गोदारा, मोहनलाल कामरा, ओपी पारीक, सुरजाराम पार्षद, लाजपुष्प, सतनाम चौहान, सुभाष प्रेमी, प्रदीप धुन्ना, सुरजीत स्वामी, राजवीर सिंह, जसविंदर सिंह रिंकू सहित शहर के सैकड़ों गणमान्यजन, पत्रकार बंधु व समाजसेवी लोग भी उपस्थित थे।


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Content Writer

Shivam

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