धारूहेड़ा नगर पालिका चेयरमैन चुनाव: केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत दरबार पहुंचे कंवर सिंह

punjabkesari.in Wednesday, Sep 15, 2021 - 09:44 AM (IST)

रेवाड़ी/धारूहेड़ा (योगेंद्र सिंह): धारूहेड़ा नगर पालिका चेयरमैन को लेकर हाईकोर्ट से अभी विस्तार से निर्णय नहीं आया, लेकिन कुर्सी को लेकर राजनीति हलचत लगातार तेज है। नए घटनाक्रम में वर्ष 2020 में चेयरमैन चुनाव जीतने वाले कंवर सिंह ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से मुलाकात की। इसको कंवर सिंह का राव इंद्रजीत सिंह खेमे में इंट्री के रूप में देखा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद कंवर सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि अब आगे की पूरी राजनीति वह राव इंद्रजीत सिंह के साथ करेंगे। साथ ही शपथ समारोह में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत को आने के लिए कंवर सिंह ने एडवांस में न्यौता भी दिया।

दिसंबर 2020 में हुए नगर पालिका चेयरमैन चुनाव में कंवर सिंह ने बाजी मारी थी, लेकिन दूसरे नंबर पर रहे संदीप बोहरा ने कंवर सिंह की मार्कशीट पर सवालिया निशान लगाकर शिकायत की। जांच उपरांत मार्कशीट को फर्जी व गलत करार दिया और इसके चलते शपथ लेने के पहले ही कंवर सिंह को अयोज्य ठहराकर चुनाव रद्द कर दिया गया था। इस पर कंवर सिंह ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इस बीच चुनाव आयोग ने 12 सितंबर 2021 को चेयरमैन चुनाव कराने का एलान कर शेड्यूल जारी कर दिया। प्रचार-प्रसार शुरू हुआ और दो दिन पूर्व हाईकोर्ट ने कंवर सिंह को राहत देते हुए मार्कशीट को क्लीन चिट दे दी। इसके चलते चुनाव आयोग को चुनाव रद्द कराने का निर्णय लेना पड़ा। हालांकि कंवर सिंह चेयरमैन रहेंगे या नहीं इसको लेकर हाईकोर्ट की विस्तार से निर्णय 13 सितंबर को आना था लेकिन अब शायद वीरवार को इसको लेकर फैसला आ सकता है।

इन सभी के बीच कंवर सिंह अपनी जीत मानते हुए केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के दरबार में हाजिर हुए। इसे नए राजनीतिक समीकरण के साथ जोडक़र देखा जा रहा है। जबकि कंवर सिंह 2020 में चेयरमैन चुनाव जीतने उपरांत चंडीगढ़ जाकर सीएम मनोहरलाल खट्टर से मिलने के बाद भाजपा में आ गए थे। अब उन्होंने राव इंद्रजीत सिंह दरबार में इंट्री मार ली है। मीटिंग में उन्होंने एडवांस में केंद्रीय मंत्री को चेयरमैन के शपथ समारोह में आने का न्यौता भी दिया। कंवर सिंह ने साथ ही वादा किया कि आने वाले समय में वह अब राव इंद्रजीत सिंह के साथ जिंदगी भर रहूंगा। 40 साल कांग्रेस में रहने उपरांत पहले भाजपा में आना और अब राव इंद्रजीत सिंह से नजदीकी बढ़ाने को लेकर साफ है कि चेयरमैन कुर्सी पर बैठने के लिए यह दांव खेला गया है।

मार्कशीट जांच करने वाले अधिकारियों पर भी उठे सवाल
कंवर सिंह की दसवीं की मार्कशीट की शिकायत के बाद जिला प्रशासन द्वारा जांच उपरांत इसे अवैध माना था और इसी के चलते कंवर सिंह चुनाव जीतने के बाद चेयरमैन कुर्सी के लिए अयोज्य करार दे दिए गए। अब जब हाईकोर्ट से मार्कशीट को ठीक बताया गया तो ऐसे में उन अधिकारियों पर भी सवाल उठने लगे हैं जिन्होंने इसकी जांच की थी। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि मार्कशीट को फर्जी व गलत करार देने वाले अधिकारियों पर भी आने वाले समय में क्या कोई कार्रवाई होगी। यदि जांच हो, तो साफ हो जाएगा कि जांच में लापरवाही की गई या फिर इसमें ओर कोई खेल हुआ था।

रामपुरा हाउस में कंवर सिंह की इंट्री के क्या हैं मायने
अहीरवाल में राव इंद्रजीत का वजूद सालों से आज भी कायम है और उनकी वहां तूती बोलती है। सरकार भी अहीरवाल क्षेत्र में कुछ भी करने से पहले उन्हें अपने विश्वास में लेती है। संभवत: इसी के चलते कंवर सिंह ने रामपुरा हाउस में इंट्री मारी है। ताकि चेयरमैन कुर्सी को लेकर अब कोई नया खेल हो, तो उस पर राव इंद्रजीत सिंह उनका साथ दें। कंवर सिंह अपनी चेयरमैन कुर्सी पर बैठने के लिए अब हर संभव प्रयास कर रहे हैं। दूसरी ओर राव इंद्रजीत सिंह भी अहीरवाल में राजनीति के बदलते रंग को देखते हुए अपना कुनबा बढ़ाने के लिए संभवत: उन्होंने उनके दरबार में आए कंवर सिंह को आशीष दिया होगा। खैर आने वाले समय में अहीरवाल में कई राजनीतिक रंग देखने को मिलेंगे और सबसे अधिक सभी को शहीदी दिवस के कार्यक्रम का इंतजार है।  
 

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Content Writer

vinod kumar

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