कांग्रेस किसी की निजी पार्टी नहीं, सत्ता आने के बाद तय होगा मुख्यमंत्रीः किरण चौधरी
punjabkesari.in Sunday, Aug 27, 2023 - 08:24 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्रशेखर धरणी): भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भावी मुख्यमंत्री के रूप में परोक्ष रूप से पेश करते हुए दीपेंद्र हुड्डा समेत कई कांग्रेसी नेताओं द्वारा सार्वजनिक मंचों से सरकार बनने पर पहले कलम से किए जाने वाले फसलों की घोषणा को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री किरण चौधरी ने कहा कि यह उनकी निजी राय हो सकती है। लेकिन सच्चाई यह है कि पहले पार्टी को पावर में लाना होगा, बाद में मुख्यमंत्री कौन बनेगा, किसकी किस्मत में वह कुर्सी है, यह भविष्य के गर्भ में है। क्योंकि कांग्रेस किसी की निजी पार्टी नहीं बल्कि इसमें हाईकमान सब कुछ तय करता है।
हम हाईकमान के ग्रास रूट के पक्के सिपाही हैं और उनके आदेशों की पालना करेंगे। किरण चौधरी ने मंचों से की जाने वाली घोषणाओं पर बोलते हुए कहा कि शीर्ष नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी में है एक पर्याप्त ढांचा है, जहाँ अलग तरीके से यहां काम होता है। चुनाव पूर्व इलेक्शन मेनिफेस्टो कमेटी बनाकर विचार विमर्श करने के बाद घोषणा पत्र रिलीज सार्वजनिक तौर पर किया जाता है और घोषणा पत्र में संभव कार्य ही शामिल किए जाते हैं। देखा जाता है कि सरकारी खजाना इस घोषणा का भार उठा पाएगा या नहीं, लेकिन घोषणा पत्र पर कांग्रेस पार्टी लकीर की फकीर यानि जो लिखा है वह पूरा किया जाएगा पर काम करती है।
इस सरकार को सत्य-असत्य की परवाह नहीं :किरण
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री किरण चौधरी ने पूर्व मंत्री संदीप सिंह की याचिका दायर करने पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि पहले यह रिजाइन करते और उसके बाद अगर सारी कार्रवाई होती तो यह ज्यादा अच्छा होता। जिस प्रकार के कार्य हो रहे हैं इससे साफ है कि सरकार को सत्य असत्य की परवाह नहीं है। चल रहे मानसून पत्र को लेकर बोलते हुए कहा सत्र केवल खानापूर्ति ही रह गया है। मेरे जैसे विधायक जो अपने काम में लंबा समय खर्च करते हैं। उन्हें पूरा वक्त तक नहीं दिया जाता 4-5 अहम मुद्दों को लेकर लगाए गए ध्यान आकर्षण तथा काम रोको प्रस्ताव लगाए। आज प्रदेश में बेरोजगारी हर परिवार को प्रभावित कर देने वाला मुद्दा है। प्रदेश के युवा हताश हैं, उनका भविष्य अंधकार में है। हरियाणा बेरोजगारी में नंबर वन है। सीईटी में एग्जाम 11 लाख 22 हजार बच्चों ने दिए 2 लाख पास हुए। लेकिन उन्हें भी बुलाया नहीं गया। सरकार पूरी तरह से हर मामले में विफल साबित हुई है।
2 करोड़ सालाना वायदे के हिसाब से 20 करोड़ नोकरियाँ मिलनी चाहिए थी : किरण
देश के प्रधानमंत्री ने लाल किले से हर वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया। इस घोषणा मुताबिक 10 साल उनकी सरकार में 20 करोड़ नौकरियां लगनी चाहिए थी। लेकिन हरियाणा में बच्चों को कुछ हासिल नहीं हो रहा। कौशल रोजगार निगम का ही मतलब नहीं पता चल पाया। प्रदेश का युवा चुने गए प्रतिनिधियों की कार्यशैली से संतुष्ट होते, वह सोचते और मानते कि चुने हुए लोग उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशील है लेकिन ऐसा नहीं किया गया।किरण चौधरी ने कहा कि मैं पांच महत्वपूर्ण मुद्दों पहला प्रॉपर्टी और फैमिली आईडी को निरस्त करने, फसल बीमा योजना के तहत किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिल पाने, प्रदेश में बिगड़ चुकी कानून व्यवस्था, रोजगार संबंधित सीईटी पर कॉलिंग अटेंशन मोशन लगाए। आज प्रॉपर्टी और फैमिली आईडी लोगों के लिए सर दर्द बनी है। अधिकारी कर्मचारी पैसे लूट रहे हैं। फसल बीमा योजना के तहत किसानों को मुआवजा तक नहीं मिल पा रहा। प्रदेश में लगातार हालात बेकाबू है। कानून व्यवस्था चारमराई हुई है। रोजाना चोरियां, बच्चों के प्रति अपराध, डकैतियां, बलात्कार इत्यादि की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रॉपर्टी आईडी को लेकर विधानसभा में पेश किए गए बिल पर मैंने जबरदस्त विरोध करते हुए इसकी खामियाँ गिनवाई। आज मजबूरन लोग अपने कागजात लेकर धक्के खाने को मजबूर हैं।
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