कुरुक्षेत्र : कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की होम डिलीवरी बनी वरदान

punjabkesari.in Saturday, May 15, 2021 - 01:51 PM (IST)

कुरुक्षेत्र : ऑक्सीजन की होम डिलीवरी से कोरोना मरीजों को नया जीवन दान मिल रहा है। सरकार की इस पारदर्शी प्रणाली से मरीजों को जीवन सहज रहा है और मरीजों को अब ऑक्सीजन तक पहुंचने के लिए किसी का सहारा लेने की भी जरूरत नहीं है। इन मरीजों को सिर्फ पोर्टल पर एक क्लीक करने की ही जरूरत है। अहम पहलु यह है कि अब तक 52 लोगों के घर ऑक्सीजन की होम डिलिवरी हो चुकी है। सरकार की इस प्रणाली का फायदा मरीजों को मिल रहा है या नहीं, इस विषय का आकंलन करने के लिए स्वयं विधायक सुभाष सुधा फील्ड में उतरे है। शुक्रवार को विधायक सुभाष सुधा ने सबसे पहले सैक्टर-2 में कुरुक्षेत्र गैस एजैसी एवं आक्सीजन सप्लाई केंद्र का औचक निरीक्षण किया।

विधायक ने फीडबैक पर ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था को ओर बेहतर बनाने के लिए एस. डी. एम. अखिल पिलानी को कुछ आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। विधायक ने ऑक्सीजन प्लांट को चैक करने के बाद ऑक्सीजन की होम डिलिवरी प्रणाली को चैक किया। विधायक ने प्रशासन से जानकारी लेने के बाद सैक्टर पांच में मकान नंबर 1154 में आक्सीजन होम डिलिवरी का भी जायजा लिया। यहां पर पुलिस अधिकारियों, एन.जी.ओ., रेडक्रास कर्मचारियों व मकान के लोगों से भी बातचीत की है।

ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम शुरू
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से एन. एच. ए. आई. व डी.आर.डी.ओ. ने आक्सीजन का प्लांट लगाने का काम शुरू कर दिया है। इस प्लांट को शीघ्र ही स्थापित कर दिया जाएगा। इस प्लांट के लगने से सिविल अस्पताल के मरीजों को पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन मिल पाएगी। इस प्लांट से 500 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन उत्पादन होगा। इस मौके पर पूर्व चेयरमैन सुरेश सैनी कुक्कू, के. डी. बी. के पूर्व सदस्य सौरभ चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

हैल्प लाइन से चंद मिनटों में मिल रही मदद
प्रशासन की तरफ से लघुसचिवालय में कंट्रोल रूम में टोल फ्री नंबर स्थापित किया है। इस कक्ष में 24 घंटे अधिकारी, कर्मचारी और चिकित्सक लोगों की सेवा में तैनात नजर आते है। 1950 पर फोन आते ही कर्मचारी जयदेव आर्य, विक्रम, करण, रोहताश, अनीश सहित अन्य कर्मचारी मुस्तैद हो जाते है और लोगों की आवश्यता को पूरा करने में जुट जाते है। कंट्रोल रुम के नोडल अधिकारी गुलजार कर अहमद का कहना है कि कोरोना मरीजों की हरसंभव मदद की जा रही है। इस नंबर पर 8700 से ज्यादा लोगों ने मदद के लिए डायल किया और सभी की सहायता की गई है। इस नंबर पर 10 मई तक लगभग 25 से ज्यादा मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में बैड उपलब्ध करवाए गए है। कंट्रोल रुम में डॉ. हरनीत, डॉ. विकास व डॉ बिरनाग भी अहम भूमिका अदा कर रहे है। 

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Content Writer

Manisha rana

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