रूस और यूक्रेन युद्ध का विराम भारत के दिखाए रास्ते से ही सम्भव: रामनाथ कोविंद
punjabkesari.in Tuesday, Apr 04, 2023 - 06:49 PM (IST)

पानीपत (सचिन शर्मा) : में मंगलवार को जैन धर्म के 24वें तीर्थकार भगवान महावीर की जयंती मनाई गई। इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व विशिष्ठ अतिथि के रूप में राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद व हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं मुख्यातिथि व विशिष्ठ अतिथि ने जैन धर्म के गुरु समर्पण सागर महाराज से आशीर्वाद लिया।
भगवान महावीर और भगवान बुद्ध मिले होंगेः पूर्व राष्ट्रपति
इस मौके पर राष्ट्रपति ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में उपस्थित जनसमूह को भगवान महावीर जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत की बढ़ी ताकत अहिंसा और सर्वकल्याण की भावना है। भगवान महावीर ने मानवता को अहिंसा का संदेश दिया। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हम बड़ी से बड़ी चुनौती को पार कर सकते हैं। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि वीरों में वीर भगवान महावीर हैं। उन्होंने कहा कि जिस कालखंड में भगवान महावीर हुए उसी कालखंड में भगवान बुद्ध भी हुए। बिहार के राज्यपाल रहते हुए मुझे इन दोनों विभुतियों के बारे में जानने का अवसर मिला। मेरा मानना है कि दोनों ही महान विभूतियों की भेंट जरूर हुई होगी। दोनों ने लोक कल्याण के लिए जीवन समर्पित किया। बिहार में भगवान महावीर की जन्मस्थली और निर्वाण स्थली हैं। दोनों स्थलों के दर्शन जैन समुदाय ही नहीं सभी लोगों को करने चाहिए। इन दोनों स्थानों के दर्शन से नई प्रेरणा मिलती है। हमारे सभी 24 तीर्थंकरों ने मानवता को जनकल्याण की बड़ी सीख दी।
रूस-यूक्रेन युद्ध का विराम भारत के दिखाए रास्ते से ही संभवः रामनाथ कोविंद
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध का विराम भारत के दिखाए रास्ते से ही सम्भव है। यह एक तरह से विश्व युद्ध है। केवल यूक्रेन ही नहीं पूरी मानवता का नुकसान हो रहा है। जब युद्ध शुरू हुआ तो सभी देशों ने हाथ खड़े कर दिए थे। लेकिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से बात की और यूक्रेन में पढ़ाई कर कर रहे अपने छात्रों को सुरक्षित भारत लेकर आए। यह भारत की ताकत ही है कि विद्यार्थी भारत का तिरंगा लेकर चले और युक्रेन से बाहर निकल कर आए। 23000 बच्चों की जान जोखिम में थी। वहां से विद्यार्थियों को सुरक्षित निकालने का काम एक विश्व शक्ति ही कर सकती है। उन्होंने अपने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि पहले भारत के राष्ट्रपति या प्रधानमन्त्री विदेश जाते थे, तो कोई मंत्री रिसीव करने आते थे। 2017 के बाद मैने देखा कि बाहर जाने पर राष्ट्रपति ही नहीं प्रधानमंत्री भी रिसीव करने आए हैं। यह केवल भारत के बढ़ते प्रभाव के कारण ही हो पा रहा है।
नई शिक्षा नीति में अध्यात्म और संस्कृति का प्रसार हुआ हैः राज्यपाल
हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने लोगों को महावीर जयंती की बधाई देते हुए कहा कि भारत के आध्यात्मिक इतिहास में जैन धर्म भारत की संस्कृति की पहचान बनाने में हमेशा आगे रहा है। उन्होंने कहा कि मानव को भगवान महावीर द्वारा बताये गये रास्ते पर चलकर सत्य और अहिंसा को अपनाना चाहिए। शत्रुता और भेदभाव के रास्ते को छोडक़र मित्रता के रास्ते पर मानव को आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नई शिक्षा नीति में हमारी संस्कृति और हमारे अध्यात्मिक जीवन का प्रसार तेजी से हुआ है।
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