मनोहर लाल के ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम विंडो का वी उमाशंकर व भूपेश्वर करेंगे संचालन

punjabkesari.in Monday, Oct 04, 2021 - 01:35 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा सरकार ने तुरंत प्रभाव से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और नागरिक संसाधन सूचना विभाग तथा सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर को उनके वर्तमान कार्यभार के अलावा सीएम विंडो के प्रशासनिक सचिव प्रभारी का अतिरिक्त कार्यभार भी सौंपा है।

वी. उमाशंकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रधान सचिव 27 अक्तूबर 2920 को लगे। वह तब तक सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्हें आईएएस राजेश खुल्लर के स्थान पर नियुक्ति मिली थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कई ड्रीम प्रोजेक्ट जैसे परिवार पहचान पत्र जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं को करण वध करने का श्रेय वी उमाशंकर को जाता है।

सीएम विंडो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सत्ता में आने के बाद शुरू की थी। यह मुख्यमंत्री का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है। मुख्यमंत्री के ओएसडी ग्रीवेंसीस भूपेश्वर दयाल इसका संचालन करते हैं। सीएम विंडो पर किसी भी जिले में कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत दे सकता है। इस शिकायत को पंजीकृत कर उस व्यक्ति के मोबाइल पर उसे इसका पंजीकरण नंबर दिया जाता है। 1 महीने के अंदर कोई शिकायत पर कार्रवाई के लिए समय निर्धारित है। शिकायत पर कोई कार्यवाही ना होने पर सीएम विंडो का संचालन करने वाला प्रशासनिक अमला इस मामले की पूरी मॉनिटरिंग के साथ- साथ आगामी कार्रवाई के निर्देश भी देता है। 

प्रतिदिन सैकड़ों शिकायतें सीएम विंडो पर दर्ज की जाती है। सीएम विंडो के संचालन का प्रमुख दायित्व शुरुआती दौर से मुख्यमंत्री के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे राकेश गुप्ता भी देखते रहे हैं। राकेश गुप्ता के केंद्र में डेपुटेशन पर चले जाना के बाद अभी उमाशंकर को यह प्रमुख दायित्व दिया गया है। जनता से सीधा जुड़े होने के कारण सीएम विंडो के दायित्व को कम चुनौतीपूर्ण नहीं माना जा सकता। सीएम विंडो शिकायतों के मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों पर समय-समय पर गाज गिरती रही है साथ ही कई शिकायतों के तथ्य मिलने के बाद बड़ी कार्रवाई अभी होती रही है। 

मनोहर लाल की ऑनलाइन अध्यापक स्थानांतरण नीति के बाद जनसाधारण की शिकायतों का सहज समाधान करने के लिए सीएम विंडो व उनके ट्विटर हैंडल की चर्चा भी अन्य पड़ोसी राज्यों में हो रही है। यहां तक की कई राज्यों ने तो इस व्यवस्था का अध्ययन करने के लिए अपने अधिकारियों की टीम भी हरियाणा भेजी है। एनआरआई ने भी इसे सराहा है। उमाशंकर सहज सरल तथा मधुर भाषी अधिकारियों में शामिल है। अपने सकारात्मक कार्य के बलबूते पर सीएमओ में रहते हुए कई महत्वपूर्ण मामलों में इन्होंने जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है।

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी.उमाशंकर की भूमिका कोरोना की दूसरी लहर में इनके कामों से सभी को नजर आई। ऑक्सीजन की कमी के दौरान मध्यरात्रि तक विभिन्न अस्पतालों में ऑक्सीजन की मात्रा और सप्लाई का आकलन करना, ऑक्सीजन के इंतजाम के लिए प्रबंधन और सही ढंग से आवंटन की जिम्मेदारी उमाशंकर ने निभाई। आईटी सेक्टर में विशेष कमांड होने के कारण कोविड की दूसरी लहर के दौरान मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाओं मेरी फसल-मेरा ब्यौरा, मेरा पानी-मेरी विरासत, फसल बीमा योजना, एचएसएससी बोर्ड में वन टाइम रजिस्ट्रेशन, परिवार पहचान पत्र जैसी दर्जनों योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन करते हुए सार्थकता प्रदान की गई। सहज स्वभाव के वी. उमाशंकर के दफ्तर में मौजूद होने पर दिनभर राजनीतिक हस्तियों, विधायकों, मंत्रियों व प्रशासनिक अधिकारियों के मिलने-जुलने वालों का सिलसिला चलता रहता है।


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Content Writer

vinod kumar

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