टिकट की दौड़ में भड़ाना पर भारी पड़े ललित नागर

punjabkesari.in Sunday, Apr 14, 2019 - 03:30 PM (IST)

फरीदाबाद (महावीर गोयल): फरीदाबाद लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर चल रही तमाम अटकलों में उस समय विराम लग गया जब शनिवार सायं कांग्रेस हाईकमान ने लिस्ट जारी कर ललित नागर को प्रत्याशी घोषित कर दिया। फरीदाबाद सीट कांग्रेस हाईकमान के लिए सिर दर्द बनी हुई थी। सत्ताधारी पार्टी भाजपा की विधायकी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने वाले अवतार भड़ाना की दावेदारी को दरकिनार करना कांग्रेस के लिए आसान नहीं था लेकिन उधर, भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पैरवी और गांधी परिवार से नजदीकियां ललित नागर की टिकट में सर्वाधिक फायदेमंद साबित हुई। 

वीरवार को कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में जिस प्रकार ललित नागर का नाम जोड़े जाने की सिफारिश कांग्रेस के एक बहुत बड़े नेता की तरफ से आई थी। उसके बाद ललित नागर का टिकट तय माना जा रहा था। इतना ही नहीं पंजाब केसरी ने वीरवार को ही ललित नागर की टिकट का खुलासा भी कर दिया था लेकिन शुक्रवार को अवतार भड़ाना व ममता भड़ाना द्वारा पुन: अपनी टिकट की मजबूत पैरवी के कारण कांग्रेस ने अपनी सूची लंबित कर दी क्योंकि अवतार भड़ाना राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को विश्वास में लेकर ही पार्टी में शामिल हुए थे। इसलिए फरीदाबाद से कांग्रेस टिकट पर उनकी दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही थी।

लेकिन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए ललित नागर फरीदाबाद से कांग्रेस का टिकट पाने में सफल रहे। टिकट की घोषणा होते ही उनके सैक्टर-17 निवास पर उनके समर्थकों का जमावड़ा शुरू हो गया। वहीं इस मामले में जब अवतार भड़ाना से बात करने का प्रयास किया गया तो उनसे निजी सचिव ने कहा कि अवतार भड़ाना बाद में बात करेंगे।

टिकट की घोषणा होते ही ललित नागर सीधा वृंदावन श्री बांके बिहारी के दरबार में माथा टेकने पहुंचे और उसके बाद अपने निवास पर आए। उनके आगमन से पूर्व ही उनके भाई महेश नागर, मनोज नागर, सुनील भाटी सहित अन्य उनके समर्थकों ने ललित नागर को टिकट मिलने का जश्र मनाना शुरू कर दिया। ढोल नगाड़ों के साथ ललित नागर अपने निवास पर पहुंचे जहां उनके समर्थकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। ललित नागर ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस ने उन्हें एक युवा के रूप में टिकट देकर युवाओं को सम्मान दिया है और वे कांग्रेस हाईकमान को यह विश्वास दिलाते हैं सबसे पहली सीट फरीदाबाद ही होगी जोकि जीत के दौरान वे राहुल गांधी को सौंपेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उनके प्रचार के लिए राहुल गांधी व प्रियंका गांधी भी फरीदाबाद आएंगे।

ललित नागर का सियासी सफरनामा 
वर्ष 2005 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता शमशेर सिंह सुरजेवाला ने ललित नागर को कांग्रेस के किसान सैल का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया था। इसके बाद वर्ष 2009 में भाजपा के कृष्णपाल गुर्जर के सामने कांग्रेस की टिकट पर तिगांव विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और मात्र 509 वोटों से ललित नागर चुनाव हार गए थे। इसके बाद वर्ष 2014 में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़े राजेश नागर के समक्ष पुन: ललित नागर ने तिगांव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और भाजपा और मोदी लहर के बावजूद भाजपा प्रत्याशी राजेश नागर को 2938 वोटों से शिकस्त दी।

इस चुनाव में जहां कुल 2,25,811 मतदाताओं में से 1,48,171 मतदाताओं ने मतदान किया। जिसमें ललित नागर को 55,408 वोट मिले तथा भाजपा के प्रत्याशी राजेश नागर को 52, 470 वोट मिले। हालांकि जीत का मार्जन मात्र 2938 वोट था लेकिन मोदी लहर के बावजूद जीत हासिल करना उस वक्त ललित नागर की बड़ी उपलब्धि माना गया। ललित नागर की जीत इसलिए भी अहम रही क्योंकि तिगांव विधानसभा क्षेत्र कृष्णपाल गुर्जर की राजनीतिक विरासत का गढ़ माना जाता है और सांसद बनने के बाद वे इस सीट से अपने बेटे देवेंद्र चौधरी के लिए टिकट मांग रहे थे परंतु भाजपा ने परिवारवाद की नीति न अपनाते हुए कृष्णपाल के बेटे को टिकट नहीं दिया और भाजपा नेता राजेश नागर को टिकट मिली। 


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Shivam

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