निहंग जत्थेबंदियों ने बैठक कर लिया फैसला, सिंघु बॉर्डर से नहीं हटेंगे

punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 11:11 PM (IST)

सोनीपत (पवन राठी): सिंघु बॉर्डर पर लखबीर सिंह की हत्या के बाद किसान आंदोलन में निहंगों की मौजूदगी पर सवाल उठने लगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के सुर भी उनके खिलाफ दिख रहे थे। जिसके बाद निहंग जत्थेबंदियों ने मोर्चे पर रहा जाए या इसे छोड़ दिया जाए इसके लिए आज एक बैठक बुलाई जिसमें देश विदेश से लोगों व जत्थेबंदियों की राय ली गई, सभी निहंग जत्थेबंदियों ने फैसला लिया की वो यहां से मोर्चा छोड़कर वापस नहीं जाएंगे और गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी जो करेगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाएंगे।

निहंग जत्थेदार कुलविंदर सिंह और राजा राम सिंह ने बताया कि निहंग जत्थेबंदियां किसानी संघर्ष में लगातार मोर्चों पर डटे हुए हैं, जिस शख्स ने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की निहंगो ने उसकी हत्या कर दी और उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया। जिसके बाद हम पर सवालिया निशान उठने लगे और आज हमने यहां पर एक मीटिंग बुलाई। मीटिंग में फैसला लिया गया है कि हम यहीं पर रुकेंगे, क्योंकि सभी जत्थेबंदिया हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा हमसे अलग नहीं है, अन्य जाथेबंदिया और देश और विदेश से हमें यह राय मिली है कि हम यह मोर्चा छोड़कर ना जाएं।

उन्होंने कहा कि आगे की क्या रणनीति हमने बनाई है उसका कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुलासा करेंगे। कुलविंदर सिंह और राजा राम सिंह ने कहा कि 4 निहंगो ने अपनी गिरफ्तारी दे दी है और आगे हम कोई भी गिरफ्तारी नहीं देने वाले। आगे का मशवरा हम अपने वकीलों से करेंगे और आगे क्या रणनीति रहने वाली है वह आने वाला समय बताएगा।

निहंग जत्थेदार राजा राम सिंह ने बताया कि जिस तरह से गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले निकलकर सामने आ रहे हैं, उनको देखते हुए हमने यह फैसला लिया है कि पंजाब में निहंगो के दो जत्थे रवाना करेंगे, जोकि गुरुद्वारों की सुरक्षा व्यवस्था को देखेंगे। अगर कोई भी सुरक्षा में चूक मिली तो उस गुरुद्वारे की प्रबंधन और ग्राम पंचायत पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने कहा कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को हम कड़ी से कड़ी सजा देंगे और जब तक किसानी संघर्ष नहीं जीत जाएंगे तब तक हम वापस नहीं जाने वाले। 

 

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Content Writer

vinod kumar

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