हरियाणा के इस जिले में कैंसर के उपचार की व्यवस्था नहीं, मरीजों को जाना पड़ता है दूसरे शहर
punjabkesari.in Sunday, May 11, 2025 - 11:16 AM (IST)

रेवाड़ी: रेवाड़ी जिले में कैंसर के इलाज की सुविधा नहीं है। सिविल अस्पताल, एसडीएच कोसली और सीएचसी में कैंसर की स्क्रीनिंग सुविधा है। यहां कैंसर का पता लगने पर मरीज दिल्ली, रोहतक और जयपुर में इलाज कराते हैं। वर्ष 2024 में अप्रैल से लेकर अब तक कैंसर के 93 नए मरीज मिल चुके हैं।
डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि अगर कैंसर की स्टेज 3 और 4 है तो ऐसे मरीजों को सरकार की ओर से 2750 रुपये प्रतिमाह पेंशन भी प्रदान की जा रही है। ऐसे मरीज सिविल सर्जन कार्यालय में आकर पेंशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। उनको आधार कार्ड, परिवार पहचान पत्र और जहां से ट्रीटमेंट ले रहे हैं, उसका कार्ड लेकर आना होगा।
सिविल अस्पताल, कोसली एसडीएच और जिले की 5 सीएचसी में एनसीडी क्लीनिक की स्थापना की गई है। यहां अगर कोई 30 साल से अधिक आयु का व्यक्ति स्क्रीनिंग कराने पहुंचता है तो उसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है। अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो उसकी जांच सिविल अस्पताल और बाहर भी कराई जाती है।
कैंसर की पुष्टि होने पर मरीजों को दिल्ली-जयपुर या रोहतक के लिए रेफर किया जाता है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि कैंसर पीड़ितों को सुविधाएं भी मुहैया कराई जाती हैं। फिलहाल 280 कैंसर मरीजों के बस पास बनाए गए है चिकित्सकों का कहना है कि महिलाओं में स्तन, सर्वाइकल, गर्भाश्य ग्रीवा, अंडाशय, लिप, ओरल कैविटी के सबसे ज्यादा मामले सामने आते हैं, वहीं पुरुषों में फेफड़ों का कैंसर, पेट का कैंसर व मुंह का कैंसर शामिल हैं। वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मुंह से खून आने सहित अन्य शामिल हैं।