अब गायों को टैस्टिंग के बगैर नहीं खिलाया जा सकेगा चारा, स्थापित होगी फूड लैबोरेटरी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 04, 2020 - 09:05 AM (IST)

चंडीगढ़ : पंचकूला जिले के मनसा देवी गौधाम में 80 गायों की मौत के बाद अब फैसला लिया गया है कि गायों को चारा से लेकर पानी और फल भी टैस्टिंग के बगैर खाने पीने को नहीं दिए जाएंगे। पशुओं के आहार की जांच करने हेतु गौधाम में अत्याधुनिक फूड टैस्टिंग लैब का निर्माण किया जाएगा। यह लैब एक सप्ताह के अंदर तैयार कर दी जाएगी।

सिर्फ इतना ही नहीं, गौधाम में बाहर से आने वाले चारे व फल की जांच के साथ-साथ गौधाम से पशुओं को खिलाए जाने वाले आहार की भी पहले चैकिंग होगी और चारा पशुओं के खाए जाने लायक पाए जाने के बाद ही उन्हें परोसा जाएगा। गौशाला प्रबंधन ने मंगलवार को यह जानकारी एनिमल वैल्फेयर बोर्ड के केंद्रीय सदस्य मोहन सिंह आहलूवालिया को दी। गायों की प्रदेश में लगातार होने वाली मौतों को देखते हुए आहलूवालिया प्रदेश की कई गौशालाओं का निरीक्षण करने पंचकूला पहुंचे थे। उन्होंने गौशाला में गायों को खिलाए जाने वाले चारे के रखरखाव से लेकर उन्हें खिलाए जाने वाले आहार के तरीकों के बारे में जानकारी हासिल की। 

कैथल में गायों की मौत के एंगल को ध्यान में रख भी होगी जांच
सूत्रों की मानें तो जांच कमेटी गायों की मौत मामले की जांच दौरान कैथल में हुई गायों की मौत के एंगल से भी देख रही है। कैथल में गायों की मौत की वजह वह रसायन पाए गए थे जो फलों को पकाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, यह भी देखा जा रहा है कि कहीं चारा घटिया किस्म का तो नहीं था या गायों के पानी में किसी तरह की मिलावट तो नहीं हुई थी। गौधाम में गायों को बाहर से आया आहार भी खाने के लिए दिया जा रहा था ऐसे में उस दिन गायों के लिए कौन-कौन चारा लाया था उन सब तथ्यों का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। आहलूवालिया ने पंचकूला के अधिकारियों की टीम के साथ रायपुररानी गौशाला का भी निरीक्षण किया, जहां पिछले दिनों करंट की वजह से भैंसों की मौत हुई थी। 

अब पशुओं को बोर्ड की गाइडलाइंस के मुताबिक खिलाना होगा चारा
आहलूवालिया का कहना है कि गायों की मौत गंभीर मामला है। पिछले दिनों सकेतड़ी में 30 गायों की मौत का मामला सामने आया था। उससे पहले 70 के करीब गायों की मौत हुई थी। पिंजौर में 100 गायों की मौत का मामला सामने आ चुका है। कैथल में भी काफी संख्या में गाय मौत की नींद सो गई थीं। यही स्थिति हिसार में भी रही है। मनसा देवी गौधाम में गायों के आंख, नाक, कान व मुंह से खून निकल रहा था। ऐसी स्थिति में गायों के विसरा सैंपल, चारा सैंपल की जांच रिपोर्ट को देखना बेहद जरूरी है।

गौशालाओं में गायों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार अब स्टैंडर्ड ऑप्रेटिंग प्रोसिजर के अंतर्गत विशेष गाइडलाइंस जारी करेगी। फूड टैस्टिंग लैब शुरू होने के बाद प्रत्येक चीज जांच के बाद पशुओं को खाने के लिए दी जाएगी, परंतु दूसरी गौशालाएं जहां फूड टैस्टिंग लैब नहीं है वहां के पशुुओं को चारा किस तरह से देना है। उनके लिए पीने के पानी को कैसे रखना है यह सब अब से नियमों तहत ही गौशालाओं को करना होगा। एक सप्ताह के भीतर गाइडलाइंस सभी गौशालाओं को जारी कर दी जाएंगी।

गौशालाओं को निर्देश दिए गए हैं कि वह सड़क पर बैठी गायों व भैंसों की व्यवस्था गौशाला में ही करेंगे। अब मनसा देवी गौधाम में जहां से भी चारा खरीदा गया है, उसके बिल खंगाले जा रहे हैं, कंपनी मालिकों से खुद ए.सी.पी. हैडक्वार्टर पूछताछ कर रहे हैं। हिसार यूनिवर्सिटी, मधुबन से सैंपल और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी 7 दिन में आ जाएगी। गायों की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति या फर्म पर गौहत्या के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।


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Manisha rana

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