...अब घर लौटना चाहते हैं किसान!, बोले- छोटी-मोटी मांगें पूरी हों ताकि हमारा आंदोलन खत्म हो सके
punjabkesari.in Monday, Nov 29, 2021 - 05:13 PM (IST)

सोनीपत (पवन राठी): पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान अब अपने घर लौटना चाहते हैं। आंदोलनरत किसानों ने कृषि कानून तो रद्द करवा लिए हैं, लेकिन उन्होंने अपनी अन्य मांगों को भी सरकार को मानने के लिए कहा है ताकि उनका आंदोलन खत्म हो और वे अपने घरों को जा सकें। आज लोकसभा में कानूनों को वापस लिया गया, जिसकी खुशी में सोनीपत के कुंडली बॉर्डर पर किसानों में खुशी की लहर देखी गई।
इस मौके पर किसान नेता दर्शनपाल सिंह, जगजीत सिंह डल्लेवाल, बूटा सिंह व अन्य किसान नेताओं ने कहा कि सरकार ने लोकसभा में तीनों कृषि कानूनों को आज वापस ले लिया है, किसानों की यह बड़ी जीत है। हम सभी किसान संगठन के नेताओं और किसानों को इस की बधाई देते हैं कि उन्होंने आखिरकार लंबे समय चले इस आंदोलन को जीत लिया।
किसान नेताओं ने कहा कि हमने सरकार को खुली चिट्ठी लिखी है कि एमएसपी की गारंटी पर कानून बनाया जाए और किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लिए जाएं। लखीमपुर खीरी की घटना में शामिल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त किया जाए और अन्य जो हमारी छोटी-मोटी मांगे हैं उनको जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि हमारा आंदोलन खत्म हो और हम अपने घरों को वापस लौटें।
अभी किसान संगठन एमएसपी की गारंटी कानून और अन्य मांगों को लेकर अब भी आंदोलन करने के मूड में हैं, हालांकि यह माना जा रहा है कि 4 दिसंबर को होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह तय हो जाएगा कि आंदोलन किस दिशा में जाएगा।
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