पंजाब में कांग्रेस की हार पर अनिल विज बोले- साढ़े साती सिद्धू जिस घर में बैठते हैं, उसे बर्बाद कर देते हैं
punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 06:15 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : पंजाब में कांग्रेस की भारी हार कांग्रेस आलाकमान के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन चुकी है। चुनाव परिणाम में कांग्रेस की भारी क्षति के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से इस्तीफा ले लिया गया। इस पर प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू साढ़ेसाती हैं जो जिस घर में बैठ जाते हैं, उसे बर्बाद कर देते हैं। उसने पंजाब में कांग्रेस का काम तमाम कर दिया है। विज ने आम आदमी पार्टी की पंजाब में बनी सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार अभी शिशु काल में है। अभी उनके दूध के दांत भी नहीं टूटे। इसलिए उस पर टिप्पणी करना अभी उचित नहीं है।
पंजाब सरकार जिस पार्टी से संबंध रखती है, वह धोखेबाज पार्टी है। जिसने हमेशा धोखे की राजनीति की। केवल राजनीति ही नहीं इस पार्टी का जन्म भी धोखे से हुआ है। क्योंकि अन्ना हजारे के आंदोलन में कोई ऐसा एजेंडा नहीं था कि कोई राजनीतिक पार्टी बनाई जाए। लेकिन कुछ शरारती लोगों ने लोगों की भावनाओं से खेलते हुए राजनीतिक पार्टी बनाई। यह पार्टी हमेशा धोखा करती आई है। केजरीवाल का बयान आया कि कश्मीर फाइल को यूट्यूब पर डाल दो, मैं टैक्स माफ नहीं करूंगा।
विज ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि केजरीवाल अपनी इतनी बड़ी एडवर्टाइजमेंट क्यों कर रहे हैं, वह एडवर्टाइजमेंट को यूट्यूब पर क्यों नहीं डाल देते। केजरीवाल कभी कहीं दौरा करने की बात कहता है और कभी कहीं। अपने दौरों को भी उन्हें यूट्यूब पर डाल देना चाहिए। केजरीवाल एक ऐसे व्यक्ति हैं जो कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं। लगातार हरियाणा प्रदेश के कई पूर्व विधायक- मंत्रियों का आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर टिप्पणी करते हुए विज ने कहा कि यह ठीक है कि हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी अपने विस्तार करने की कोशिश एक कर रही है। विस्तार करना हर पार्टी का अधिकार है। इसलिए हमें इससे कोई एतराज नहीं है। लेकिन यह बात पक्की है कि यह पार्टी तो हरियाणा में डूबेगी ही, लेकिन जो लोग इस पार्टी में जा रहे हैं वह भी डूब जाएंगे।
इस मौके पर विज ने केजरीवाल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि केजरीवाल दो मुद्दों पर बुरी तरह से फंस गया है। पहला एसवाईएल और दूसरा पराली जलाने से उत्पन्न होने वाले धुएं पर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब में कहता है कि एसवाईएल का पानी पंजाब को मिलना चाहिए। हरियाणा में कहता है कि हरियाणा को मिलना चाहिए और दिल्ली में कहता है कि एसवाईएल दिल्ली का अधिकार है। एसवाईएल का पानी दिल्ली को मिलना चाहिए। इसी तरह दूसरा मुद्दा है पराली के धुए का। केजरीवाल ने हमेशा दिल्ली में यह कहा कि पंजाब में पराली जलती है जिसका धुआं दिल्ली की वायु को प्रदूषित करता है। अब पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है। अब मैं पूछना चाहता हूं कि अब पंजाब में पराली के धुएं को क्या वह पाकिस्तान भेजेंगा। इन दोनों बातों पर अरविंद केजरीवाल की झूठ और फ्रॉड की राजनीति सामने आ जाएगी।
इस मौके पर उन्होंने अपने गृह विभाग में एक बड़े बदलाव पर चल रहे ट्रायल का जिक्र करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में बहुत से दुरुस्तगी की गई है। जिसमें हर मुकदमे की मॉनिटरिंग की जाएगी। हर चीज का एक समय निश्चित होगा। यह काम ट्रायल पर शुरू कर दिया गया है और जल्द इसके तहत ही काम शुरू हो जाएगा। विज ने कहा कि प्रदेश में पुलिस फोर्स की भारी कमी है। जिसे लेकर उन्होंने संबंधित कमीशन को लिखित में जल्द पुलिस कर्मचारियों की भर्ती के निर्देश दे दिए हैं।
बता दें कि प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जल्द दुबई में इन्वेस्टर्स मीट के लिए जाने वाले हैं। इस पर बात करते हुए भी विज ने कहा कि मुझे इस मीटिंग के लिए इनवाइट किया गया था जो कि मैं अपने एचएसआईआईडीसी के जीएम के साथ मीटिंग में शामिल होने के लिए जाऊंगा और हमारी कोशिश रहेंगी कि प्रदेश में अधिक से अधिक इंडस्ट्री और रोजगार आए। इस पर बात रखूंगा और कोशिश रहेगी कि मैं अपने इस कार्य में सफलता हासिल करूं।
यूक्रेन- रूस युद्ध में हो रहे अस्पतालों - स्कूलों - शेल्टर होम्स पर अटैक मामले पर चर्चा करते हुए विज ने कहा कि सिद्धांत के हिसाब से युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। हर बड़ी समस्या पर भी बातचीत होनी चाहिए। अगर किसी कारण से युद्ध होता भी है तो युद्ध करने वाले देशों को सिद्धांतों की लड़ाई लड़नी चाहिए। अस्पताल- शेल्टर होम इत्यादि को टारगेट नहीं बनाना चाहिए। आम आदमी को किसी भी प्रकार की क्षति ना पहुंचे ऐसा दोनो देशों को कोशिश करनी चाहिए। अगर कोई देश इस नियम पर पालना नहीं करता तो यूएनओ और वर्ल्ड कम्युनिटी को इसमें दखल देना चाहिए।
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