बैंकिंग व्यवस्था न होने से लोग परेशान, 2 गांवों का सफर तय कर बैंक पहुंची 95 वर्षीय वृद्धा

punjabkesari.in Thursday, Apr 09, 2020 - 11:02 AM (IST)

जाखल (बृजपाल) : जाखल खंड दर्जनों गांव में बैंकिंग व्यवस्था न होने के चलते कई किलोमीटर का सफर तय कर जाखल मंडी या अन्य बैंकों में बुढ़ापा पैंशन, मनरेगा व जन धन खातों में लेन-देन करने के लिए आना पड़ता हैं। बुधवार को करीब 11 बजे ओ.बी.सी. बैंक के बाहर बुढ़ापा पैंशन लेने के लिए ओ.बी.सी. बैंक के बाहर बैठी 95 वर्षीय वृद्धा की बेबसी व्यवस्था की बदहाली की कहानी ब्यां कर रही थी।

जाखल गांव, कासिमपुर, उदयपुर, नड़ैल, चुहड़पुर, नत्थूवाल, शक्करपुरा, मुंदालियां, चांदपुरा, साधनवास, तलवाड़ी, तलवाड़ा व म्योंद खुर्द में लेन-देन करने के लिए कोई बैंक नहीं है। केवल म्योंद कलां एदिवाना व सिधानी गांव में ही ग्रामीण पंजाब नैशनल की शाखा है। खंड के दिव्यांग पैंशनधारक, बुजुर्ग पैंशनधारकों व बच्चों को मिलने वाला वजीफा के लाभार्थियों को गांव में बैंक न होने पर भारी परेशानी झेलने पड़ रही है।

मनरेगा मजदूर, बच्चों को वजीफा व पैंशनधारकों को डाकघर या अन्य व्यवस्था कर बैंकिंग सुविधा गांव में ही देनी चाहिए, इसके लिए बैंक गांव में ज्यादा से ज्यादा बैंक कस्टम केयर सैंटर स्थापित करें। ओ.बी.सी. बैंक जाखल शाखा के प्रबंधक धर्मवीर पूनिया बताते हैं कि बैंक मित्र के माध्यम से भी जिनका आधार कार्ड खाते के साथ लिंक है बैंक से लेन-देन कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि हमने गांव चुहड़पुर में सरपंच के माध्यम से सबको सूचित किया हैं कि वो घर पर ही रहे आपको पैंशन घर पर ही भेज दी जाएगी। पी.एन.बी. के अग्रणी प्रबंधक अनिल मीणा कहते हैं कि जिन गांव की आबादी 5 हजार है वहां बैंक खोलने का प्रावधान हैं तथा जिस गांव में सामाजिक सुरक्षा के तहत जैसे पैंशन, मनरेगा, वजीफा सहित सरकार की जन कल्याण योजना के तहत होने वाले लेन-देन के लिए बैंक मित्र नियुक्त किए जा सकते हंै किए गए हैं।


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Edited By

Manisha rana

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