फिल्मी कहानी सी सर्राफा व्यापारी हत्या की मिस्ट्री, पुलिस ने दबाेचे दाे आराेपी
punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2020 - 04:23 PM (IST)
मेवात(एके बघेल): मेवात में सर्राफा व्यापारी की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। इस मामले में सामने आया कि दो बार लूट के मकसद में नाकाम रहने वाले चार बदमाशों ने तीसरी बार में लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद सर्राफा व्यापारी की गोली मारकर हत्या कर दी। आरोपियों ने यह साजिश सर्राफा व्यापारी के नजदीक मोबाइल की दुकान में बैठकर रची। पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है, जबकि दो आरोपी अभी गिरफ्त से बाहर हैं।
डीएसपी अनिल कुमार ने मंगलवार को मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में इसका खुलासा किया। उन्होंने कहा कि 4 फरवरी को शाम के समय पुन्हाना शहर में सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की नकदी-जेवरात लूट के दौरान गोली मारकर हत्या करने के जुर्म में पुलिस ने पल्ला पहाड़ से लूट की वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे दो आरोपियों को हथियारों सहित दबोच लिया।
बदमाशों ने सिविल कपड़ों में गए पुलिस वालों को भी लूटना चाहा, लेकिन जवानों ने उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में पता चला कि अकरम उर्फ धकेलु पुत्र सहाबू निवासी चिल्ली हालाबाद पटपड़बास, अंसार पुत्र समसुदीन निवासी पटपड़बास है। दोनों की उम्र 20-25 वर्ष के करीब है। उन्होंने कहा कि दोनों ने ही पुन्हाना में लूट-हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। अंसार ने गोली मारकर सर्राफा व्यापारी को उस समय मौत के घाट उतार दिया था, जब व्यापारी जेवरात-नकदी से भरा बैग देने से इंकार कर रहा था।
पूछताछ में पता चला है कि लूट-हत्या की घटना को अंजाम देने में इनकी मदद मुनशरीफ उर्फ बोलर पुत्र बदल निवासी पटपड़बास, निजामुद्दीन उर्फ नेहना उर्फ काला पुत्र आस मोहमद निवासी पटपड़बास भी शामिल हैं। दोनों आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस की टीम उनकी तलाश में जुटी हुई हैं।
ऐसे रची थी साजिश
डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि चारों बदमाशों ने सबसे पहले सर्राफा व्यापारी को लूटने के लिए गत 28 -29 जनवरी को योजना बनाई, लेकिन बात नहीं बनी। उसके बाद बदमाशों ने 3 फरवरी को लूट की योजना बनाई, लेकिन इनका एक साथी नहीं पहुंच सका। जिसके चलते इन्हें फिर निराशा हाथ लगी। गत 4 फरवरी को तीसरी और अंतिम बार योजना में बदमाश कामयाब हो गए और इसी लूट के चक्कर में हत्या कर दी।
जिले के इतिहास की शायद यह पहली घटना थी। जिसमें लूट के बाद हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। डीएसपी ने बताया कि बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं , लेकिन पूछताछ में खुलासा होगा की इन्होंने कितनी वारदातों को कब और कहां-कहां अंजाम दिया है।
कहां से आये हथियार
सेवा भारती से जुड़े रहे सर्राफा व्यापारी गोविंदराम की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल-देशी तमंचा व कारतूस कहां से और कब बदमाशों के पास आये, पुलिस इसकी भी गहनता से जांच में जुट गई है। पुलिस ने अगर इसकी जांच गहनता से की तो नूंह जिले में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह तक का खुलासा होने से इंकार नहीं किया जा सकता।
क्या काम करते थे आरोपी
डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि लूट-हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चार बदमाशों में से एक मोबाइल रिपेयर का काम करता था, तो एक टैक्सी चलाता था। उनके जल्दी अमीर होने की फितरत ने उन्हें अपराधी बना दिया।लूट-हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले चारों अपराधियों की पूरी उम्र जेल की चारदीवारी में ही गुजर सकती है। बदमाशों की सजा तो कोर्ट तय करेगा , लेकिन सर्राफा व्यापारी को जान से मारने वाले अब अपने सही ठिकाने पर पहुंच चुके हैं।
सीआईए नूंह टीम को मिली कामयाबी
हत्या के ब्लाइंड मर्डर को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था। सीआईए नूह प्रभारी इंस्पेक्टर विपिन कुमार की अगुवाई वाली टीम ने पूरी गंभीरता दिखाते हुए काम किया और बदमाशों के गिरेबान तक खाकी के हाथ पहुंच गए।