बिजली संकट ने उड़ाई हरियाणावासियों की नींद, पंजाब में 90 फीसदी परिवार उठा रहे जीरो बिल का फायदा: हरपाल चीमा
punjabkesari.in Saturday, Aug 05, 2023 - 05:09 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता और पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने शनिवार को चंडीगढ़ में पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी की उपलब्धियों को बताया। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार सबसे पहले दिल्ली में आई और पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और इलेक्ट्रीसिटी के क्षेत्र में काम किया। दिल्ली के स्कूल ऑफ एमिनेंस और मोहल्ला क्लीनिक की चर्चा पूरी दुनिया और सभी देशों में होती है। 24 घंटे और 200 यूनिट बिजली अरविंद केजरीवाल की सरकार ने सबसे पहले दी। उसके बाद पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और जो वादे अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने जनता से किए थे उनको पूरा किया। आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही लाखों लोगों का बकाया बिजली बिल माफ किया, 24 घंटे बिजली और 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी।
उन्होंने कहा कि उस समय भाजपा, कांग्रेस और अकाली दल ने अफवाह फैलाने का काम किया कि आम आदमी पार्टी के वादे झूठे हैं। पंजाब के लोगों ने आम आदमी पार्टी पर भरोसा किया और 117 में से 92 विधायक आम आदमी पार्टी के बने। मख्यमंत्री बनते ही भगवंत मान ने तीन महीने के अंदर अपने वादों को पूरा किया। जैसे दिल्ली में 80 प्रतिशत लोगों का बिजली बिल जीरो आता है, वैसे ही आज पंजाब में 90 प्रतिशत घरों का बिजली बिल जीरो आता है। ऐसे क्रांतिकारी कदम सिर्फ आम आदमी पार्टी ही उठा सकती है। जब पंजाब में भाजपा और अकाली दल की सरकार थी तो पछवारा कोयला खदान 13 साल बंद रही। आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही कोयला खान को खुलवाया, आज पंजाब के थर्मल प्लांटों में वहीं से कोयला आता है। ऐसे ही तीन चार परिवारों ने हरियाणा को भी लूट लिया है। पिछले 50 साल से हरियाणा में राज कर रहे हैं और बिजली तक ठीक नहीं करवा पाए।
उन्होंने कहा कि बिजली को समस्या बनाने में खट्टर सरकार का सबसे बड़ा योगदान है। हरियाणा में 6 से 8 घंटे तक बत्ती गुल रहती है और ट्यूबवेल के कनेक्शनों का 10 से 12 घंटे का कट रहता है। इसके बावजूद आम लोगों को हजारों रुपए का बिजली बिल भरना पड़ता है। आम आदमी पार्टी ने पिछले दिनों ये तय किया कि दिल्ली और पंजाब की तर्ज पर हरियाणा में भी बिजली आंदोलन चलाएं। आंदोलन की शुरुआत दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान नौ जुलाई को पंचकूला से की। बाढ़ के प्रकोप के कारण आम आदमी पार्टी ने उस आंदोलन को स्थगित किया। परंतु पिछले चार दिन से प्रदेश में आम आदमी पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता हर घर में जाकर बिजली की समस्याओं से अवगत करवा रहा है।
उन्होंने कहा कि 300 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर हरियाणा के लोगों को 2100 रूपए तक देने पड़ते हैं। जबकि पंजाब के लोगों को 300 यूनिट तक 1 रुपए भी नहीं देना पड़ता। एक साल में हरियाणा के लोगों को 25 हजार रुपए से ज्यादा बिजली पर खर्च करना पड़ता है। जबकि पंजाब के लोगों का हर साल इतना पैसा बचता है। हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और 24 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे हरियाणा के हर परिवार को 25 हजार की बचत होगी। आम आदमी पार्टी प्रदेश के हर गांवों में इसी को लेकर बिजली आंदोलन कर रही। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर पंजाब और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार की उपलब्धियों को बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो नाकामियां पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने की थी सीएम खट्टर उन्हीं नाकामियों को बढ़ा रहे हैं। जिन्होंने पिछले कई सालों से जिन्होंने ने ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए आवेदन कर रखा है उनको कनेक्शन नहीं दे रहे। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों को खट्टर सरकार की नाकामियों से भी अवगत करवा रहे हैं। पिछले 4 दिन में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता करीब 2 हजार गांव और वार्ड के 4 लाख से ज्यादा घरों तक पहुंचे हैं। आगे हर सप्ताह पंजाब के एक मंत्री बिजली आंदोलन का हिस्सा बनेंगे और हरियाणा के गांव गांव के अंदर जाएंगे।
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