प्रदीप चौधरी ने सॉरी फील की है, इसलिए अब कोई मुद्दा नहीं रहा है :ज्ञान चंद गुप्ता

punjabkesari.in Sunday, May 16, 2021 - 10:36 AM (IST)

चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): कालका विधायक को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा मिली रिलीफ की कॉपी उन्होंने हरियाणा विधानसभा स्पीकर के पास भेजी है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने एडवोकेट जनरल हरियाणा से उनकी सदस्यता के बारे में इस पर राय मांगी है। एक-दो दिन में इस पर राय आने की उम्मीद है। जिसके बाद ही यह फैसला होगा कि उनकी वापसी हरियाणा विधानसभा में सदस्य के रूप में होगी या नहीं। यह जानकारी हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि जिस समय कालका विधायक प्रदीप चौधरी की सदस्यता रद्द हुई। उस समय एक लेटर कोर्ट के जजमेंट के साथ आया था। जिसमें मुझ पर कहीं-न-कहीं उंगली उठाई गई थी। लिखा गया था कि सदस्यता रद्द करना आपके अधिकार क्षेत्र में नहीं है। तो मैंने पत्र लिखकर बताया कि मैंने किस अधिकार से इलेक्शन कमिशन को रिकमेंडेशन की है। न कि मैंने सदस्यता रद्द की है। जोकि कोर्ट द्वारा 3 साल की सजा का प्रावधान की सूचना इलेक्शन कमिशन तक पहुंचाना एक विधानसभा स्पीकर होने के नाते मेरी जिम्मेदारी थी। लेकिन अब हाई कोर्ट की तरफ से उन्हें स्टे मिला है।


उन्होंने हाईकोर्ट की जजमेंट की एक कॉपी साथ में लगाई है और दोबारा पत्र भी लिखा है। जिसमें पिछले पत्र के लिए उन्होंने सॉरी भी फील की है। इसलिए मैं समझता हूं कि अब कोई मुद्दा नहीं रहा है। एक-दो दिन में जैसे ही यह राय आएगी। हम इस पर फैसला लेंगे।ज्ञात हो कि थाना बरोटीवाला ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान गांव पपसोहा निवासी सुना सिंह बिजली ट्रांसफार्मर की तारों की चपेट में आ गया था। जिसकी चंडीगढ़ पीजीआई में मौत हो गई थी। उसके शव को बद्दी रेड लाइट चौक पर रखकर प्रदर्शन किया गया था। जिसमें पुलिस पर हमला हुआ, हमले में पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे।

पुलिस की सरकारी गाड़ी को फूंक दिया गया था। इस मामले में कोर्ट ने 14 दोषियों को सजा सुनाई थी। जिसमें कालका के विधायक प्रदीप चौधरी को 3 साल की सजा और 85,000 का जुर्माना कोर्ट द्वारा लगाया गया था। कोर्ट के इस आदेश की कॉपी मिलने के बाद हरियाणा विधानसभा स्पीकर ने इलेक्शन कमिशन को रिकमेंडेशन की थी। जिसके आधार पर इलेक्शन कमीशन ने प्रदीप चौधरी की सदस्यता को रद्द कर दिया था। अब हाईकोर्ट ने निचली कोर्ट के फैसले पर स्टे लगा दिया है। अब देखना यह रहेगा कि 1 या 2 दिन के बाद हरियाणा विधानसभा के सदस्य बन पाएंगे या नहीं।

इस मौके पर गुप्ता ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों की आए दिन आ रही हो ओवरचार्जिंग की सूचनाओं के बाद उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र पंचकूला में 3 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया है। जोकि ओवरचार्जिंग की शिकायतों पर प्राइवेट अस्पतालों द्वारा सौपे गए बिल को ऑडिट करती हैं। उनके पास एक बिल 5 लाख, 8 लाख और एक तो 9 लाख 90 हजार का आया है। यह बिल भी इस टीम को ऑडिट के लिए सौपे गए हैं। लगाए गए रेट सरकारी रेट के हिसाब से सही है या गलत। इसकी सूचना वह मुझे देंगे।

इसी प्रकार एक अटेंडेंस ने मुझे बताया कि  6 दिन से उनके पिता कोमा में हैं। अस्पताल में एडमिट है। लेकिन पूरी जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। पैसे उसी तरीके से चार्ज किए जा रहे हैं। इन सब बातों के बारे में मैंने एक ऑडिट की टीम बनाई है। मैंने उपायुक्त और सिविल सर्जन से इस मामले की जांच के लिए कहा है। इस प्रकार की सूचनाओं में मैं खुद भी प्राइवेट अस्पतालों में गया हूं। पारस अस्पताल में मैंने जाकर डायरेक्टर और डॉक्टरों से भी बात की है।  जिस पर मुझे लगा कि दवाइयों, मास्क, गलब्स इत्यादि के काफी हाई रेट चार्ज किए गए हैं। मैं इस प्रकार के मामलों में खुद नजर बनाए हुए हूँ। साथ ही रेमडीसिविर इंजेक्शन की सरकार ने प्राइवेट तौर पर सेल बैंन दी है। अस्पताल में 3 सदस्य कमेटी के रिकमेंडेशन के बाद ही यह इंजेक्शन दिया जाएगा।इस प्रकार से हम इसकी कालाबाजारी पर भी रोक लगाने में लगे हैं। 

ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में घट रही मरीजों की संख्या और ऑक्सीजन की बढ़ी सप्लाई के बाद प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इसके साथ आज बेडस की  कमी को भी दूर कर लिया गया है। कॉविड के इस दौर में बहुत सी सामाजिक, धार्मिक संस्थाएं और बहुत सी एनजीओ जनता की सेवा में लगी हुई है। गुप्ता ने बताया कि कोविड काल के इस दौर में सेवा करने से बड़ा कोई काम नहीं हो सकता। इसलिए मैंने अपनी डिस्क्रीशनरी फंड में से 50 लाख सिविल सर्जन पंचकूला को दिए हैं। जो कि कोविड की मेडिसिन, ऑक्सीजन या उनकी सेवा के लिए एक्स्ट्रा स्टाफ बढ़ाने की जरूरत है। इस प्रकार के खर्चों के लिए यह रकम दी गई है। ताकि पंचकूला में कोई भी रोगी ऑक्सीजन-दवाई इत्यादि की कमी से जान न गवाए। 

इस मौके पर उन्होंने बताया कि पिछली बार विधायकों ने अपनी तनख्वाह का बड़ा हिस्सा कोविड मरीजो की सेवा के लिए दिया था। इस बार भी अगर आवश्यकता पड़ेगी तो मैं इसकी पहल करते हुए सभी विधायकों से इसकी अपील करूंगा। कोरोना से जीतने के लिए जिस भी चीज की जरूरत होगी चाहे एमएलए हॉस्टल की या हमारा वॉच एंड वार्ड स्टाफ है उनकी ड्यूटी की भी अगर आवश्यकता पड़ेगी तो हम पूरी तरह से तैयार है। हमने विधानसभा के स्टाफ व उनके परिवार के वैक्सीनेशन के लिए एमएलए हॉस्टल की डिस्पेंसरी में प्रबंध किए हैं। विधानसभा को रोजाना पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है। हमारे सभी विधायक जनता की सेवा में लगे हुए हैं।

हमने विधानसभा में कॉविड का एक कंट्रोल रूम स्थापित किया है। जिसके माध्यम से हमारे पास बहुत सी समस्याएं भी आती हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा मैंने सभी विधायकों से जनता की सेवा में अपना योगदान देने के लिए निवेदन किया है और सरकार से भी निवेदन किया था कि चाहे किसी भी पार्टी का विधायक हो वह जनता की सेवा करने के लिए तत्पर है। जहां-जहां जनता की इंवॉल्वमेंट वाली कमेटियां है। उन्हें साथ में ले। ताकि वह भी अपना योगदान इसमें दे सकें।

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Chander

Recommended News

Related News

static