हरियाणा में गेहूं की बढ़ती ‘आवक’ के साथ खरीद की भी तेज हुई ‘रफ्तार’!
punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 07:51 PM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : प्रदेश में इस समय रबी सीजन के दौरान सभी अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों पर पीला सोना कहे जानी वाली गेहूं की आवक जोरों पर है। खास बात ये है कि मंडियों एवं खरीद केंद्रों पर जिस रफ्तार से किसान अपनी इस उपज को लेकर आ रहे हैं कमोबेश उसी गति से इस उपज की खरीद भी चल रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के सभी जिला अधिकारियों को इस बाबत सख्त हिदायत जारी की हुई है कि मंडियों, खरीद केंद्रों व उप मंडियों में अपनी उपज बेचने के लिए आने वाले किसानों को किसी प्रकार की कोई दिक्कत न रहे। इन सभी जगहों पर न केवल उचित प्रबंध किए जाएं अपितु उठान व खरीद के मामले में भी किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए।
लिहाजा, वस्तुस्थिति ये है कि इस बार गेहूं का उत्पादन पहले से कहीं अधिक होने से जहां किसान खुश हैं वहीं सरकार की तत्परता से की जाने वाली खरीद को लेकर भी किसानों में संतोष है। जिला अधिकारी निरंतर मंडियों व खरीद केंद्रों पर जाकर जायजा ले रहे हैं और खरीद कार्य में जुटी एजैंसियों से भी संपर्क बनाए हुए हैं ताकि सही समय पर किसानों की उपज की खरीद का सिलसिला तेज क्रम में चलता रहे और उठान की व्यवस्था भी सुचारू रहे। उठान सही होने से अपनी उपज लेकर आने वाले अन्य किसानों को भी कोई दिक्कत न रहे, इसके लिए भी सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हुए हैं। अहम बात ये भी है कि खरीद होने के तुरंत बाद ही किसानों के खातों में उनकी उपज की रकम डाली जा रही है। अब तक प्रदेशभर में 31.52 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और 1400 करोड़ रुपए की राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर भी की जा चुकी है। सरकार द्वारा की गई इस व्यवस्था से किसानों के चेहरे भी खिले हुए नजर आ रहे हैं।
बीते साल की तुलना में अब तक दोगुणा हुई खरीद
गौरतलब है कि कृषि के लिहाज से मार्च-अप्रैल के महीने में किसान अपनी उपजों सरसों व गेहूं की कटाई करने के बाद इन्हें बेचने के लिए मंडियों, उप मंडियों एवं खरीद केंद्रों पर लेकर आते हैं। इस बार मौसम की चाल सही रही और यही कारण रहा कि गेहूं की पैदावार पहले से कहीं अधिक हुई है। विशेष बात ये है कि जहां इन सभी खरीद स्थलों पर गेहूं की आवक पिछले साल की तुलना में अधिक हुई है तो इस अवधि तक उठान व खरीद भी पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुणा हुई है। बीती एक अप्रैल से अब तक प्रदेश भर में कुल 31.52 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इसमें से 8.59 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उठान किया जा चुका है। इसके अलावा अब तक 2 लाख से अधिक किसानों से गेहूं की खरीद की गई है तथा 1400 करोड़ रुपए की राशि किसानों के बैंक खाते में सीधे तौर पर स्थानांतरित की जा चुकी है। पिछले वर्ष 16 अप्रैल तक प्रदेश के सभी खरीद स्थलों से 18.24 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी। राज्य में रबी विपणन सीजन 2025-26 के दौरान 15 मार्च से सरसों की खरीद शुरू की गई है। रबी सीजन के दौरान हरियाणा में दो खरीद संस्थाओं हैफेड और हरियाणा वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा सरसों की खरीद का कार्य किया जा रहा है।
सरसों उत्पादक किसानों के खाते में डाले 1843 करोड़
विशेष बात ये है कि मौजूदा सीजन के चलते प्रदेश सरकार ने खरीद व उठान के साथ साथ भुगतान पर फोकस किया हुआ है। हरियाणा की कुल 114 अनाज मंडियों, 83 उप मंडियों व सरकार द्वारा बनाए गए 220 खरीद केंद्रों पर खरीद, उठान और भुगतान की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप प्रदान किया हुआ है। इन खरीद केंद्रों पर जहां गेहूं को खरीदा जा रहा है वहीं सरसों उत्पादक भी अपनी उपज लेकर यहां पहुंच रहे हैं और उनकी उपज को भी खरीदा जा रहा है। इस साल 16 अप्रैल तक प्रदेश में खरीद संस्थाओं द्वारा 4.93 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की जा चुकी है। इसमें 3.40 लाख मीट्रिक टन सरसों का उठान किया जा चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 1 लाख 71 हजार किसानों से सरसों की खरीद की गई है तथा 1843 करोड़ रुपए की राशि किसानों के बैंक खाते में सीधे तौर पर स्थानांतरित की जा चुकी है।
प्रदेश के अन्नदाताओं की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है सरकार: नायब सैनी
प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा के मेरे अन्नदाताओं, प्रदेश की नॉनस्टॉप सरकार में रबी विपणन सीजन के दौरान तेजी से फसल खरीद का कार्य चल रहा है और प्रदेश के अन्नदाताओं की सेवा के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और पूरे प्रदेश में इस रबी सीजन के दौरान अधिकारियों को हिदायतें दी गई हैं कि किसानों को उपज की बेच में कोई परेशानी नहीं आनी चाहिए और उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिएं। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि बीती 1 अप्रैल से अब तक प्रदेश भर में 2 लाख से अधिक किसानों से कुल 31.52 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है और 1400 करोड़ की राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे तौर पर स्थानांतरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों से किए सभी वादों पर खरा उतरने का प्रयास कर रही है और अन्नदाताओं का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। उन्होंने अपनी इस बात को दोहराया कि एम.एस.पी. की व्यवस्था के साथ साथ सरकारी खरीद जारी रहेगी।
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