खुलासा: तीन बहनों के इकलौते भाई की 'हत्यारी' बनी रोहतक की एसटीएफ टीम, गोली मारने वाला गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, Feb 10, 2021 - 12:40 AM (IST)
चरखी दादरी (नरेंद्र): दो रोज पहले दादरी नगर की महेंद्रगढ़ चुंगी के समीप स्थानीय युवक बिजेंद्र उर्फ बिंदर की हत्या किए के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। मामले की जांच और सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद यह बात सामने आई है कि बिंदर की हत्या बदमाशों ने नहीं बल्कि रोहतक एसटीएफ टीम के एक पुलिसकर्मी ने की है। बिंदर तीन बहनों का इकलौता भाई था, जो बिना किसी अपराध के मारा गया। मंगलवार को मृतक बिंदर के परिजन व कुछ स्थानीय अधिवक्ता इस मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक से मिले तथा दोषी एसटीएफ कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
दरअसल, विक्की पंडित हत्याकांड की जांच कर रही रोहतक पुलिस द्वारा गठित एसटीएफ टीम के एक सदस्य ने बिंदर की गोली मारकर हत्या की थी। इस खुलासे के बाद यहां यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हालांकि दादरी पुलिस ने इस प्रकरण में हत्या का मामला तो पहले ही दर्ज कर लिया था, वहीं अब गोली चलाने वाले रोहतक की एसटीएफ टीम के एक पुलिस कर्मी को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
मंगलवार को मृतक बिंदर के परिजन व कुछ स्थानीय अधिवक्ता इस मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक से मिले तथा दोषी एसटीएफ कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। इनमें मृतक के पिता कृष्ण कुमार, चाचा जगबीर, धर्मबीर, राजकुमार, विरेंद्र डूडी, संजीव तक्षक एडवोकेट, रणजीत पाल, महिला अधिवक्ता द्रोपदी स्वामी इत्यादि शामिल थे। उन्होंने रोहतक पुलिस की एसटीएफ द्वारा दादरी के निर्दोष युवक बिजेंद्र उर्फ बिंदर पर रविवार की रात गोली चलाकर हत्या करने पर रोष जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की।
दादरी के पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि हत्या का मामला पहले ही दर्ज कर चुका है। अब दोषी एसटीएफ कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। गोली चलाने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में दादरी पुलिस कड़ी कार्यवाही करेगी।
अभिभावक बोले, हुई है बड़ी ज्यादती
रविवार रात को एसटीएफ कर्मी की गोली से मरे युवक बिंदर के पिता कृष्ण कुमार व चाचा जगबीर ने कहा कि पुलिस ने उनके बेकसूर बेटे की गोली मारकर हत्या की है। इससे ज्यादा बड़ी ज्यादती की घटना कोई नहीं हो सकती। इससे उनका पूरा परिवार व्याथित, पीड़ित है। दादरी पुलिस को दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
यह था मामला
उल्लेखनीय है कि रोहतक पुलिस ने विक्की पंडित हत्याकांड को लेकर एसटीएफ का गठन किया था। रविवार रात को एसटीएफ को सूचना मिली की विक्की पंडित हत्याकांड में इस्तेमाल की गई काले रंग की आल्टो कार चरखी दादरी की महेंद्रगढ़ चुंगी के समीप खड़ी है। एसटीएफ कर्मी एक प्राइवेट लाल रंग की ब्रेजा कार लेकर मौके पर पहुंचा। उसने वहां काले रंग की आल्टो को देखकर गोली चलानी शुरू कर दी। आल्टो में दादरी के युवक बिंदर, छोटन व दिनेश सवार थे। गोली चलने के बाद तीनों युवक वहां भाग निकले। एसटीएफ की टीम ने उनकी कार का पीछा किया। जिसमें एक गोली कार के अंदर पिछली सीट पर बैठे बिंदर नामक युवक को लगी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों युवक वहां से भाग निकले थे।
इसके बाद रविवार रात को ही दादरी के डीएसपी व दूसरे पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस ने कार सवार तीन-चार व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। मामले की जांच करने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद गोली चलाने वाले जिस गाड़ी में आए थे उसकी पहचान हुई। जाहिर हुआ कि यह गाड़ी रोहतक की उस एसटीएफ टीम के पास थी जो विक्की पंडित हत्याकांड की जांच कर रही थी। मंगलवार को पूरा मामला सामने आने के बाद दादरी सिटी पुलिस स्टेशन ने गोली चलाने वाले एसटीएफ के सदस्य हरेंद्र को गिरफ्तार किया है।
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