बुनियादी सुविधाओं के अभाव में खत्म होने के कगार पर रोजका मेव, कंपनियां की जा रहीं स्थानांतरित
punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 06:33 PM (IST)

सोहना (सतीश कुमार राघव) : हरियाणा में भले ही सरकार द्वारा उद्योग धंधों को बढ़ावा देने का ढ़िढोरा पीटा जा रहा है। इसके साथ विदेशी कंपनियों को हरियाणा में लाने के प्रयास का भी दावा किया जा रहा है, लेकिन सरकार का उद्योगों के प्रति रवैये की जमीनी हकीकत सरकारी दावों व आकड़ों के इतर कुछ और है। दरअसल रोजका मेव औद्योगिक क्षेत्र में लगी हुईं कंपनियों के मालिकों का कहना है कि सुविधाओं के अभाव में इस औद्योगिक क्षेत्र में लगी कंपनियां बंद होने की कगार पर पहुंच गईं हैं।
इंडस्ट्रीइज एरिया रोजका मेव में बिजली, पानी, सड़क सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का बुरा हाल है। इन समस्याओं को लेकर इंडस्ट्रीइज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नूंह के डीसी से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान के लिए गुहार लगाई थी। इसके साथ ही एक मांग पत्र भी एसोसिएशन की तरफ से डीसी को सौंपा गया था। कंपनी मालिकों का आरोप है कि सरकार रोजका मेव इंडस्ट्रीइज एरिया की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। जबकि एसोसिएशन की तरफ से कई बार सरकार के नुमाईंदों के सामने यहां की समस्याओं को रखा गया है, इतना ही नहीं संबंधित विभाग के उच्च अधिकारियों से भी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कई बार मुलाकात कर समस्याओं से अवगत करा चुके हैं, लेकिन परिणाम शून्य बट्टा सन्नाटा रहा।
फिलहाल बिजली की अघोषित कटौती से उद्योगों को काफी नुकसान हो रहा है। लगातार 12-12 घंटे तक इंडस्ट्रीज एरिया में लाइट नहीं आती है। वहीं अभी कुछ समय बाद प्रदूषण विभाग द्वारा प्रदूषण के स्तर को देखते हुए जेनरेटर चलाने पर भी पाबंदी लगा दी जाएगी। अगर बिजली के अघोषित कटों का यही हाल रहा तो इंडस्ट्रीज कैसे चलेगी ओर कंपनियों के मालिक तो बर्बाद हो जायेंगे।
उपरोक्त तस्वीर रोजका मेव औद्योगिक क्षेत्र की है, इस तस्वीर में साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि सड़कों में गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में सड़क है। सड़के तलाबों में तब्दील हो गईं हैं, नाले खुले पड़े हैं। ऐसा नहीं है कि इन सभी मूलभूत समस्याओं को लेकर एसोसिएशन के लोगों ने सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत ना कराया हो, लेकिन उसके बाद भी इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। अब इसे स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही कहें या फिर सरकार का रोजका मेव इंडस्ट्रीइज एरिया को ख़त्म करने का प्लान।
वहीं बता दें कि इन समस्याओं की वजह से अधिकतर कंपनी मालिकों ने यहां से अपनी-अपनी कंपनियों को बंद करके दूसरे स्थानों पर शिफ्ट कर लिया है। जिससे काफी लोगों की नौकरियां भी चली गईं। वे लोग फिर से बेरोजगारी दंश झेलने को मजबूर हो गए। अब यह देखना होगा कि रोजका मेव औद्योगिक क्षेत्र व इस क्षेत्र में लगी कंपनियों को बचाने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है या फिर इस क्षेत्र को अपने हाल पर छोड़ दिया जाएगा।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)