9 जुलाई को पानीपत में जुटेंगे प्रदेश के सरपंच, कर सकते हैं सामूहिक तौर पर काम छोड़ने का ऐलान
punjabkesari.in Thursday, Jul 06, 2023 - 06:24 PM (IST)

फतेहाबाद (रमेश कुमार) : सरपंच एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता एवं भट्टूकलां ब्लॉक सरपंच एसोसिएशन के प्रधान चंद्रमोहन पोटलिया ने वीरवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार बार-बार पंचायती राज अधिनियम में बदलाव करके ग्रामीण, किसान व सरपंचों के हाथ बांधने का काम कर रही है। हाल ही में सरकार ने 6 जून को जो आदेश जारी किए हैं, उसमें सरपंचों को 19 काम करने की अनुमति दी गई है। इनमें 12 काम तो ऐसे हैं, जो पांच साल में भी करवाने मुनासिब नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि इस को लेकर वह 9 जुलाई को पानीपत में एक बड़ी बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें पूरे प्रदेश के सरपंच शामिल होंगे। इस मिटिंग में सामूहिक तौर पर काम छोड़ने का फैसला भी लिया जा सकता है। सरपंच अपना काम बीडीपीओ को सौंप देंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि गांवों में स्वागत द्वार लगाए गए हैं, अब सरकार कह रही है कि नए स्वागत द्वारा लगाए जाएं। लेकिन जब पहले से ही स्वागत द्वार बने हुए हैं, तो वह दोबारा कैसे बनाए जा सकते हैं। सरपंच फिरनियां नहीं बनवा सकते और ना ही अन्य काम करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गांवों में खेतों तक पानी पहुंचाने का काम सरपंच का होता है, उसे पता है कि कहां खाल बनवाना है और कहां पानी की व्यवस्था करनी है, लेकिन यह शक्ति भी सरकार ने सरपंचों से छीन ली है। अब तो सरकार ने ग्रामीण आंचल को एक तरह से अनाथ बनाने का षडय़ंत्र रचना आरंभ कर दिया है। विधायकों को गांवों में विकास की शक्ति देकर सरकार एक तरह से ग्रामीण भाईचारे को समाप्त करना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि पंचायत के द्वारा इकट्ठा होने वाले पैसा हजम किया जा सके।
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