वैक्सीन किसी की व्यक्तिगत जरूरत नहीं, बल्कि यह सरकार की जिम्मेदारी: कुमारी शैलजा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 08, 2021 - 08:17 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): कोविड काल के दौरान सरकार अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में पूरी तरह से नाकाम और फेल साबित हुई है। खतरनाक रूप से ब्लैक फंगस की दस्तक के बावजूद सरकार द्वारा पर्याप्त इंतजाम देखन को नहीं मिल रहे। कांग्रेस पार्टी लगातार इस संकट की घड़ी में सरकार का सहयोग करना चाहती है। लेकिन यह सरकार किसी को विश्वास में लेने में विश्वास नहीं रखती। यह बात आज कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा ने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान कही। 

उन्होंने कहा कि आज वैक्सीनेशन को लेकर लोग जगह-जगह भटक रहे हैं। जिन लोगों से वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा, उन तक पहुंचने के लिए सरकार के पास फिलहाल कोई योजना नहीं है। प्रदेश में वैक्सीन, कई प्रकार की दवाइयों व इंजेक्शनो की कालाबाजारी हो रही है, भारी जनहानि हो रही है, लेकिन सरकार को इन बातों से कोई फर्क नजर नहीं आ रहा। शैलजा ने किसान आंदोलन जैसे और भी कई मुद्दों पर बातचीत की। जिसके कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रश्न:- कोविड और ब्लैक फंगस को लेकर सरकार की तैयारियों के बारे में आपकी क्या राय है ?
उत्तर:- लोगों और मीडिया की रिपोर्ट से जो नजर आ रहा है कि सरकार ने न तो पहले तैयारी की थी और न ही सरकार अब तैयार है। सरकार की बदइंतजामी के कारण कितनी जाने गई। कितने बच्चे यतीम हुए। कितनी माताओं ने अपने बेटे खो दिए। जिसके तन लागे-वो ही जाने। जिस परिवार ने इस दर्द को देखा और झेला, उनके दिल से पूछो कि क्या बीत रही है उन पर। अब ब्लैक फंगस पर भी सरकार आंकड़ों को छुपा रही है। कितनी दवा उपलब्ध है, कैसे प्रबंध किए जा रहे हैं, पेशेंट को कितनी दवा की जरूरत है और कितनी उपलब्ध हो रही है, सरकार यह डाटा सार्वजनिक नहीं कर रही। इसका मतलब कि सरकार की तैयारियां अपर्याप्त हैं।

प्रश्न:- क्या आप मानती हैं कि वैक्सीन की भी कमी है ?
उत्तर:- वैक्सीनेशन पर्याप्त न होने के साथ ही इनकी व्यवस्थाएं भी बिल्कुल नकारी हैं। जो लोग रजिस्टर्ड नहीं कर पा रहे उन तक पहुंचने के सरकार के पास अभी कोई रास्ता नहीं है। वैक्सीन किसी की व्यक्तिगत जरूरत नहीं, बल्कि यह सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार को चाहिए कि हरियाणा की जनता को विश्वास में ले। वैक्सीन उपलब्ध करवाना भी सरकार की जिम्मेदारी बनती है। हमने सरकार से मांग भी की है कि सभी को फ्री में वैक्सीनेशन की जाए। रेट तय करना वसूलना जनता के साथ बेमानी है। सरकार को जिम्मेदारी से जल्द से जल्द प्रबंध कर सभी को मुफ्त में वैक्सीन लगानी चाहिए।

प्रश्न:- वैक्सीनेशन और रेमडेसिविर इंजेक्शन पर हो रही कालाबाजारी पर कांग्रेस का क्या दृष्टिकोण है ?
उत्तर:- कालाबाजारी का मुद्दा हम लगातार उठा रहे हैं। कालाबाजारी क्यों और कहां से हो रही है, इसमें बहुत सख्ती की जरूरत है। इंजेक्शन कितने का मिलता है और यह असली है या नहीं इसमें बहुत सी बातें हैं। यह सारी चीजें सरकार को दुरुस्त और सुनिश्चित करने की जरूरत है।

प्रश्न:- किसान आंदोलन और देवेंद्र बबली जैसे घटनाक्रम पर कांग्रेस की क्या टिप्पणी है ?
उत्तर:- इस प्रकार की घटनाएं जगह-जगह क्यों और किसकी कमी से हो रही है, इसकी जिम्मेदारी सरकार को लेनी चाहिए। आप किसानों का हल निकालनें की बजाए उन्हें उत्तेजित कर रहे हैं। संयम रखते नहीं, बाद में माफी मांगते हैं। माफी मांगने की बजाय पहले ही उसका समाधान निकालें। पहले उन पर लाठियां बरसाएंगे बाद में उनसे माफी मांगे, यह तरीका ठीक नहीं है। इन्होंने किसानों से शुरुआत ही लाठियों से की थी। सरकार की यह दमनकारी सोच है।

प्रश्न:- कांग्रेस किसानों के कंधों पर चढ़कर राजनीति कर रही है। यह आरोप सत्ता पक्ष का है?
उत्तर:- हमारे सामने जनविरोधी जो भी बात है उसको उजागर करना हमारा कर्तव्य है। हम अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे। लेकिन यह स्थिति सरकार ने पैदा की है, ना कि कांग्रेस ने। काले कानून सरकार ने बनाए हैं, ना कि कांग्रेस ने। फिर अभी तक किसानों से बातचीत करके हल क्यों नहीं निकाल रहे। यह लोग कानून वापस ले लें। इसमें कांग्रेस ने कौन सी स्थिति पैदा की है। कांग्रेस तो किसानों मजदूरों की हमेशा आवाज उठाती रही है और उठाती रहेगी। इसे आप बेशक राजनीति कहो। लेकिन हम इसे अपना कर्तव्य मानते हैं।

प्रश्न:- आपको इस गंभीर समस्या का समाधान क्या नजर आता है ?
उत्तर:- तीनों कानून वापस लेना ही इसका एकमात्र समाधान है। किसानों से बातचीत करें और इसका हल निकाले। जनता को संतुष्ट करना सरकार की जिम्मेदारी होती है।

प्रश्न:- आरोप आपके ऊपर भी है कि कोरोना काल में भी कांग्रेस ने किसानों से आंदोलन विड्रॉ करने के लिए एक बार भी नहीं बोला ?
उत्तर:- अगर सरकार पहले दिन से ही इस बात को गंभीरता से लेती तो यह स्थिति यहां तक पहुंचती ही नहीं। कोविड काल में भी आपने कभी भी किसानों को गंभीरता से नहीं लिया। मजदूरों की कभी बात नहीं सुनी। लेकिन अब कोविड की आड़ ले रहे हैं। लेकिन जब आप जनसभाएं करते फिर रहे थे तब आपको कोरोना नहीं दिखा। इस प्रकार से किसानों को टारगेट बनाना ठीक नहीं है।

प्रश्न:- आगामी समय में कांग्रेस के किन प्रमुख मुद्दों के साथ जनता के बीच में जाएगी ?
उत्तर:- उम्मीद करते हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए ताकि हम लोगों के बीच में आसानी से जा पाएं। हालात सुधरने पर ही हम अपनी गतिविधियों को तेज करेंगे। कोरोना के समय में प्रोटोकॉल की पूरी तरह से पालना करते हुए कांग्रेस पार्टी ने लोक सेवा में बेहतरीन काम किया है। हमारे यहां पीसीसी में कंट्रोल रूम स्थापित था। हर जिले में कंट्रोल रूम बनाए गए। जिले वाइज कमेटियों का गठन किया गया। हमारे लोगों ने सेवा भाव से लोगों के बीच जाकर उनकी जरूरतों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई। मुझे कांग्रेस जनों पर फक्र है कि उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना, अपनी क्षमता से बढ़कर सेवा की। ऐसे बुरे वक्त में जब सत्ताधारी लोग अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे थे, लोग तड़प तड़प कर मर रहे थे, ऐसे समय में कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता मैदान में था।

प्रश्न:- सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक न बुलाए जाने कांग्रेस का क्या स्टैंड है?
उत्तर:- इन्हें सर्वदलीय बैठक खुद ही बुलानी चाहिए थी। यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। बैठक न बुलाने जाने पर हमारी पार्टी ने मांग की थी। मुख्यमंत्री का रिएक्शन सभी ने देखा। लोगों को विश्वास में लेने का यह लोग विश्वास नहीं रखते। इन्हें लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। लोकतंत्र में विपक्ष की भी एक अहम भूमिका होती है। सरकार को सभी पार्टियों को साथ में लेकर चलना चाहिए। लेकिन यह अपनी कमियों को छुपाना चाहते हैं। कहीं कमियां उजागर न हो जाए, इसके डर से यह लोग दूर भागते हैं। हम हालांकि सहयोग के लिए पूरी तरह से तैयार है। अच्छा होता अगर यह है सकारात्मक रवैया के साथ सबका सहयोग लेकर आगे बढ़ते। यह हमारे प्रदेश के लिए भी अच्छा रहता।

 

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Content Writer

vinod kumar

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