किसानों का दिल्ली कूचः सड़क से लेकर नदी तक पुलिस का पहरा, कंटीले तारों और बैरीकेड्स से सजा शंभू बॉर्डर

punjabkesari.in Thursday, Feb 08, 2024 - 09:21 PM (IST)

अंबाला(अमन कपूर): किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया है। पिछली बार की तरह कोई चूक न हो इसके लिए पुलिस ने पहले ही तैयारियां शुरू कर दीं हैं। शम्भू बॉर्डर पर पुलिस अधिकारी समय समय पर निरीक्षण कर रहे हैं तो वहीं पुलिस कर्मचारी जमकर अभ्यास भी कर रहे हैं।

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देश में फिर किसान आंदोलन की सुगबुगहाट तेज हो गई है। किसान संगठनों ने 13 फरवरी को ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली के जंतर मंतर पर कूच करने का ऐलान किया हुआ है। हरियाणा और पंजाब में किसान ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। किसानों के इस ऐलान के बाद सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

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13 फरवरी से पहले ही पुलिस-प्रशासन ने भी सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। बॉर्डर पर किसानों से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर अंबाला प्रशासन द्वारा बैरिकेडिंग के साथ-साथ कंटीली तारों का प्रबंध किया गया है। शम्भू हरियाणा पंजाब का बार्डर है यहां घग्गर नदी के ऊपर से लेकर नीचे तक की प्लानिंग तैयार की जा रही है SDRF नदी में बोट के सहारे गहराई नाप रही है।

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पुलिस विभाग अंबाला में दिन रात अभ्यास कर रहा है और अधिकारी समय समय पर शम्भू बार्डर पर पहुंच मौके का निरीक्षण कर रहे हैं। यही नहीं पुलिस प्रशासन ने किसानों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। किसानों को नोटिस देने के साथ-साथ सख्त चेतावनी भी दी गई है। अंबाला SP जशनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि बिना प्रशासन की अनुमति के किसान आंदोलन में भाग न लें। बिना अनुमति के कोई भी व्यक्ति इस आंदोलन में भाग लेता हुआ पाया तो आदेशों की अवहेलना करने के जुर्म में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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पुलिस ने आंदोलनकारियों द्वारा सरकारी संपत्ति व आमजन को नुकसान पहुंचाने की आशंका जताई है। SP ने कहा कि आंदोलनकारी अगर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं तो कोर्ट के लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 (PDPP एक्ट 1984) के तहत कार्रवाई की जाएगी। संपत्ति क्षति वसूली अधिनियम 2021 के अनुसार संपत्ति कुर्की और बैंक खातों को सीज करके सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई की जाएगी।

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अंबाला पुलिस ने सतर्क किया है कि कोई भी किसान आंदोलन में अपना वाहन किराए या फिर भाईचारे में न दे, अन्यथा वाहन को इंपाउंड करके अंपजीकृत कर दिया जाएगा। अवहेलना करने के जुर्म में कानूनी कार्रवाई का सामना भी करना पड़ सकता है। पुलिस ने सतर्क किया कि बिना अनुमति के किसान आंदोलन में शामिल होकर विरोध प्रदर्शन न करें और न ही अपने वाहनों को आंदोलन में शामिल होने दें।

गौरतलब है कि किसान संगठनों ने हरियाणा में प्रवेश के लिए पंजाब के तीनों बॉर्डर को चुना है। जिसमें अंबाला का शंभू बॉर्डर, खनौरी जींद बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर शामिल हैं। पंजाब के किसान इन तीनों बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करते हुए दिल्ली कूच करेंगे। जिसको देखते हुए पूरी व्यवस्था की जा रही है।

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Content Editor

Saurabh Pal

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