चीनी उत्पादन व रिकवरी में सोनीपत मिल प्रदेश में टॉप पर, 9.75 प्रतिशत रही रिकवरी
punjabkesari.in Tuesday, Feb 11, 2025 - 01:19 PM (IST)
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सोनीपत: सोनीपत सहकारी चीनी मिल इस सीजन के शुरूआत में झटके झेलने के बाद अब तेजी से पिराई कर रहा है। इसका नतीजा है कि अब ऑनडेट चीनी की रिकवरी में सोनीपत की मिल 9.75 प्रतिशत के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंच गया है, जबकि 9.65 प्रतिशत की रिकवरी के साथ पलवल दूसरे स्थान पर रहा। जबकि शाहबाद और करनाल तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।
बता दें कि सोनीपत चीनी मिल सहित प्रदेश के सहकारी चीनी मिलों का समय-समय पर रिकवरी रेट का आंकड़ा जारी किया जाता है। शुगर फेडरेशन द्वारा सोमवार को जारी ऑनडेट रिकवरी की सूची में सोनीपत पहले स्थान पर रहा। इसके बाद उत्साहित सोनीपत मिल प्रशासन ने ऑनडेट के साथ-साथ टू-डेट रिकवरी रेट को भी बेहतर करने की कवायद शुरू कर दी है।
चीनी की रिकवरी रेट बेहतर करने में सोनीपत चीनी मिल का ऑनलाइन टोकन बुकिंग सिस्टम भी कारगर साबित हो रहा है। इसके लागू न होने से पहले किसानों का गन्ना काफी लंबे समय तक यार्ड में खुले आसमान के नीचे खड़ा रहता था। किसानों को अपना टोकन लगवाना पड़ता था। इस दौरान कई बार गन्ने के चेन तक पहुंचने में दो से तीन दिन भी लग जाते थे।
धूप में पड़ेे रहने से गन्ना सूखने लगता था। अब किसान ऑनलाइन तरीके से घर बैठे-बैठे अपना टोकन बुक कर सकते हैं और एप के माध्यम से ही टोकन नंबर पर नजर रख सकते हैं। टोकन नंबर नजदीक आने के बाद किसान खेत से गन्ना लेकर मिल में पहुंच जाता है और कुछ ही घंटों में गन्ना डालकर वापस भी लौट जाता है। ऐसे में गन्ना सूखने की समस्या काफी कम हो गई है। तुरंत पिराई करने से ज्यादा चीनी की रिकवरी होती है।
15 लाख क्विंटल गन्ने की हुई पिराई
सोनीपत मिल में पिराई सत्र की शुरूआत 25 नवंबर को हुई थी। इसके बाद से अब तक करीब 15 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई हो चुकी है। यहां पर पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल प्रतिदिन है लेकिन पिछले कुछ दिनों से क्षमता से अधिक पिराई हो रही है। पिछले 24 घंटे में भी सोनीपत मिल में 22 हजार 59 क्विंटल गन्ने की पिराई हुई है।