ब्लू व्हेल गेम ने ली युवा क्रिकेटर की जान, यूं पहुंचा मौत के टास्क तक (तस्वीरें)
punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2017 - 12:27 PM (IST)
पंचकूला,(चंदन/उमंग श्योराण): ब्लू व्हेल सुसाइड गेम ने अब पंचकूला के एक किशोर को अपना शिकार बना लिया। सैक्टर-4 में रहने वाले 17 वर्षीय करण ने गेम का टास्क पूरा करने के लिए शनिवार को अपने घर के भीतर गले में फंदा लगा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। करण चंडीगढ़ के सैक्टर-8 स्थित एक प्राइवेट स्कूल में 10वीं कक्षा का छात्र था। करण ठाकुर पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट का भी बेहतरीन प्लेयर था। क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन के चलते करण ने कई अर्वाड भी जीते। खेल में उसकी रूची देखते हुए परिजन भी चाहते थे कि करण इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा बने।
इंडोर गेम्स ज्यादा खेलने लगा था करण
करण मैदान से दूर होने के कारण इंडोर गेम्स ज्यादा खेलने लगा था। वह घर पर रह कर मोबाईल गेम्स खेलता था। चचेरे भाई अगम ठाकुर ने बताया कि जब करण की किताबों को खंगाला गया तो छत से कूदना, पानी में छलांग लगाना, गाड़ी व ट्रेन के आगे आना या गले मेंं फंदा लगाने जैसे डायग्राम मिले। अगम के मुताबिक जब भी करण उनसे मिलता था तो ब्लू व्हेल गेम से दूर रहने की सलाह देता था।
कैसे पहुंचा मौत के टास्क तक?
शाम को उसी दिन जब करण के सामान की जांच की गई तो उसकी नोट बुक में कुछ डायग्राम मिले, जिनमें आत्महत्या करने के विभिन्न तरीकों का जिक्र था। डायग्राम के अनुसार उसने खुदकुशी के लिए फंदे को तरीका चुना। इस संदर्भ में परिजनों ने पुलिस को सूचना दी है। शनिवार से ही करण की आत्महत्या के कारणों की जांच में जुटी पुलिस अब करण की नोट बुक में मिले डायग्राम्स को देखकर इसे ब्लू व्हेल गेम के शिकार के नजरिए से तफ्तीश कर रही है। पुलिस ने करण का मोबाइल फोन, लैपटॉप व नोट बुक को कब्जे में ले लिया है। ट्राईसिटी और हरियाणा में ब्लू व्हेल के शिकार की यह पहली घटना है।
घटना के वक्त घर में था अकेला
मृतक करण के पिता दविंद्र ठाकुर ने बताया कि शनिवार को वह पत्नी के साथ अस्पताल में चैकअप कराने गए थे। उनका छोटा बेटा स्कूल गया हुआ था। करण घर में अकेला था। जब वापस पहुंचे तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया लेकिन करण ने दरवाजा नहींं खोला। इसके बाद वह पड़ोसी के घर से अपने घर में दाखिल हुए तो अंदर का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। कमरे में करण पंखे से फंदे पर लटका हुआ था। उन्होंने तुरंत उसे फंदे से उतारा और सैक्टर-6 स्थित सामान्य अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए और शव को पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान इसके कारण जानने में जुट गई थी।