सुनील जागलान ने लडकियों की शादी की उम्र बारे बनाई रिपोर्ट संसदीय समिति को सौंपी
punjabkesari.in Wednesday, Feb 02, 2022 - 06:14 PM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): लड़कियों की शादी की उम्र सवैंधानिक तौर पर करवाए जाने के लिए सुनील जागलान ने भारत सरकार की पार्लियामेंटरी स्टेडिंग कमेटी के चेयरमैन एवं राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे को रिपोर्ट सेल्फ़ी। दिया डॉटर फ़ाऊंडेशन की तरफ़ से दे दी गई है ।
सुनील जागलान ने बताया कि हमारे द्वारा अप्रैल 2020 से शुरू किए गए अभियान जिसमें ऑनलाइन व फ़िज़िकल करवाई गई लाडो पंचायत के माध्यम से लड़कियों के मन की बात रिपोर्ट के माध्यम से जमा करवा दी गई है । सुनील जागालान पिछले लम्बे समय से लड़कियों की शादी की उम्र संवैधानिक तौर पर ऑनलाइन व फ़िज़िकल लाडो पंचायत करवा रहे हैं जिनमें देश के हर हिस्से से लडकीयों ने भाग लिया है । लाडो पंचायत में 14 वर्ष की लडकीयों से लेकर बुजुर्ग महिला जिनमें डॉक्टर, महिला पुलिस , गॉयनोकोलोजिस्ट , वकील , बिज़नेस विमेन , रेप सरवाईवर , जिन महिलाओं की शादी 18 वर्ष या उसे पहले हुई द्वारा ये लाडो पंचायत में भागेदारी की थी ।
लाडो पंचायत देश का लड़कियों का ऐसा प्लेटफ़ार्म है जिसमें लडकीयॉं अपने बारे में संवय मॉंग उठाती है कमेटी के चेयरमैन विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा सुनील जागलान ने लाडो पंचायत के द्वारा लड़कियों की आवाज़ उठाने का बेहतरीन कार्य किया गया है । सुनील जागलान ने बताया कि हमें आशा है कि जल्द पॉर्लियामेंटरी कमेटी अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी और फिर सरकार संसदीय कार्यवाही के द्वारा बिल को पास कर दिया जाऐगा । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी सार्वजनिक मंचों से लगातार लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने की बात लगातार मंच से भी कह रहे हैं ।
सुनील जागलान ने कहा कि रिपोर्ट में लाडो पंचायत के अलावा प्रधानमंत्री को हमारी लड़कियों द्वारा ख़त भी लिखे ख़तों के साथ रक्षाबंधन पर बहनों द्वार भाइयों से मॉंगे गए वचन जिसमें वो कह रही हैं कि ना मेरी शादी 21 से कम होने देना और न ही भाभी की उम्र 21 से कम हो , को भी रिपोर्ट में शामिल किया है । सुनील जागलान ने कहा लाडो पंचायत अभी इस विषय पर जारी रहेगी जब तक कि संसद द्वारा बिल पास नहीं हो जाता ।
ग़ौरतलब है कि इस विधेयक को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में पेश किया गया था और इसे शिक्षा, महिला, बच्चों, युवा और खेल पर संसद की स्थायी समिति को भेज दिया गया था.शिक्षा, महिला, बच्चे, युवा और खेल संबंधी संसद की स्थायी समिति राज्यसभा प्रशासित एक समिति है. लोकसभा द्वारा गठित समितियों में निचले सदन से अधिक सदस्य होते हैं, जबकि राज्यसभा द्वारा गठित समिति में उच्च सदन से अधिक प्रतिनिधित्व होता है. पार्टियां सदन में अपने सदस्यों के संख्या बल के आधार पर सदस्यों को मनोनीत करती हैं. प्रस्तावित कानून देश के सभी समुदायों पर लागू होगा और एक बार लागू होने के बाद यह मौजूदा विवाह और ‘पर्सनल लॉ’ का स्थान लेगा.
जून 2020 में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा गठित जया जेटली समिति की सिफारिशों पर केंद्र द्वारा महिलाओं के लिए विवाह की कानूनी उम्र बढ़ाई जा रही है. विधेयक को पेश किये जाने का कुछ सदस्यों ने विरोध किया और मांग की कि इसे अधिक जांच पड़ताल के लिए संसद की समिति को भेजा जाए. विधेयक में महिलाओं के विवाह के लिए कानूनी उम्र को बढ़ाकर 21 साल करने का प्रावधान है, जैसा कि पुरुषों के लिए प्रावधान है. सुनील जागलान द्वारा इससे पहले बेटी बचाओ , सेल्फ़ी विद डॉटर , बेटियों के नाम नेमप्लेट जैसे अभियान भारत ही हूँ बल्कि सार्क देशों में भी पसंद किए जा रहे हैं ।