Haryana: पुरानी विरासत को आगे बढ़ा रही हरियाणा की सुशीला, 30 साल से ठंड आते ही करती है ये खास काम
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 03:36 PM (IST)
अंबाला: हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में आज भी लोग घर को गर्म करने के लिए अंगीठी (अंगेठी) का इस्तेमाल करते हैं और खाना बनाने के लिए वह लंबे समय से चूल्हे का इस्तेमाल करते आ रहे। ऐसे में अंबाला जिले में आज भी अपनी इस पुरानी विरासत को आगे बढ़ाते हुए सुशीला देवी पिछले लगभग 30 साल से सर्दियों के मौसम में अंगीठी (अंगेठी), तंदूर ओर चूल्हे को बनाकर बेचने का काम करती आ रही है। वैसे तो सुशीला देवी मिट्टी के बर्तन बनाने का काम भी करती है, लेकिन सर्दियों में इनके चूल्हे की आसपास के इलाकों में काफी ज्यादा डिमांड देखने को मिलती है।
इस पुश्तैनी काम से ही मिलने वाले पैसों से सुशीला अपनी बेटियों का लालन पोषण पिछले कई साल से करती आ रही है, ओर दूसरी तरफ लोग भी उनकी इस कारीगरी को काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सुशीला देवी प्रजापति से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मिट्टी से चूल्हे, तंदूर और अंगेठी बनाने का काम वह बचपन से करती आ रही है।
उन्होंने बताया कि शादी के बाद उनकी सास भी यह सभी चीजें बनाने का काम करती थी और जिसके बाद उन्होंने अपने इस पुश्तैनी काम को संभाला है. उन्होंने कहा कि वैसे तो उनकी दो बेटियां हैं,जिसमें से एक कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर रही है तो दूसरी की शादी हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि लगभग 10 साल पहले उनके पति की भी मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद इस पुस्तैनी काम ने ही उनको रोजगार दिया और इससे मिलने वाले पैसों से उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश की है।उन्होंने बताया कि अगले दिसंबर के महीने में लोग उनसे यह अंगीठियां और चूल्हे खरीद कर ले जाएंगे, जिसका उपयोग करके वह सर्दी से अपना बचाव करेंगे। उन्होंने बताया कि छोटे चूल्हे की शुरुआत 300 रुपये से हो जाती है और इसी तरह 500 रुपये तक अंगीठियां बिकती हैं। उन्होंने कहा कि वह हर साल पहले ही मिट्टी का चूल्हा, अंगीठी ओर तंदूर बनाकर रख लेती हैं, क्योंकि सर्दियों में इन सभी चीजों की काफी ज्यादा डिमांड बढ़ जाती है।