एस.वाई.एल. पर चर्चा करने से भाग रही सरकार : किरण

punjabkesari.in Sunday, Mar 07, 2021 - 11:08 AM (IST)

चंडीगढ़ (पांडेय): पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि बजट सत्र की शुरूआत हुई है जिसमें ए.पी.एम.सी. एक्ट में कांग्रेस जो संसोधन लेकर आई थी उसको बिना सुने रिजैक्ट कर दिया। यही नहीं सरकार एस.वाई.एल. के मुद्दे पर किसानों को बांटने के लिए उपवास करती है लेकिन सदन में चर्चा से भाग रही है। एस.वाई.एल. मुद्दे पर उन्होंने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था जिसे रिजैक्ट कर दिया गया। किरण ने कहा कि किसानों के प्रति बी.जे.पी. की नीयत क्या है ये सामने आ गया है। मैंने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करके हरियाणा विधानसभा से करके केंद्र को भेजने का प्रस्ताव दिया था जिसे खारिज किया गया है। 

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया है। प्रदेश में मर्डर, डकैती गन प्वाइंट पर हो रही इसे भी रिजैक्ट किया गया है। जहरीली शराब पर दिए गए मेरे प्रस्ताव को भी मंजूर नहीं किया गया है। किरण ने कहा कि 75 फीसदी रोजगार निजी क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं को देने की बात की गई है लेकिन सरकार श्वेत पत्र जारी करके बताएं कितना निवेश प्रदेश में हुआ है। इस 75 फीसदी आरक्षण में कई खामियां है एक जिले से 10 फीसदी से ज्यादा को मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार भर्ती निकालने के बजाय कर्मचारी चयन आयोग की ओर से पी.जी.टी. संस्कत, टी.जी.टी. इंग्लिश की भर्ती रद्द कर दी गई है।  किरण ने कहा महंगाई चरम पर है और बेरोजगारी बढ़ रही है। प्रदेश में 6 साल में 2 लाख करोड़ का कर्जा हो चुका है। कर्मचारियों की तनख्वाह समय पर नहीं आ रही है।

अविश्वास प्रस्ताव के लिए 18 विधायकों के ही हस्ताक्षर जरूरी’
कांग्रेस की ओर से 10 मार्च को आने वाले अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर किरण चौधरी ने कहा कि इस प्रस्ताव पर सिर्फ 18 विधायकों के ही हस्ताक्षर जरूरी होते हैं। जिस पर 27 विधायकों के हस्ताक्षर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सदन में सभी कांग्रेसी विधायक अविश्वास प्रस्ताव में हिस्सा लेंगे और इस प्रस्ताव के बाद किसान हितैषी कहे जाने वाले विधायकों के चेहरे जनता के सामने आएंगे।


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Content Writer

Isha

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