कांग्र्रेस को सबक सिखाने में जुटे तंवर समर्थक

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 08:24 AM (IST)

चंडीगढ़ (पांडेय): हरियाणा कांग्रेस में 5 वर्षों से ज्यादा समय तक पार्टी की कमान संभालने वाले अशोक तंवर अब विधानसभा चुनाव की वेला पर कांग्रेस को धराशायी करने में जुट गए हैं। एक दिन पहले तंवर के कांग्रेस छोडऩे के ऐलान के बाद रविवार को भी उनके समर्थकों के इस्तीफे का दौर जारी रहा। प्रदेश के कई जिलों में तंवर समर्थकोंं ने अपने-अपने पदों व पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस प्रत्याशियों को खुलेआम चुनौती दी है। तंवर भी अब प्रदेश के अलग-अलग जिलों में समर्थकों की बैठक कर कांग्रेस को नुक्सान पहुंचाने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में तंवर ने रोहतक व गुरुग्राम सहित कई जिलों में कांग्रेसी नेताओं पर निशाना साधा। 

लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटों पर हार के बाद विधानसभा चुनाव में बेहतर करने की आस लगाए बैठे कांग्रेसियों में अब तंवर की खिलाफत चुभने लगी है। एक ओर भाजपा फिर सत्ता में आने की तैयारी में पूरी एकजुटता के साथ चुनाव प्रचार में उतरी हुई है,वहीं कांग्रेस की लड़ाई सड़कों पर दिखाई दे रही है। टिकट आबंटन से नाराज अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर अपनी राहें अलग कर ली हैं। कांग्रेस हाईकमान तथा हुड्डा गुट इस मामले को खत्म मानकर शांत हो गया था लेकिन अशोक तंवर ने अब नया मोर्चा खोल दिया है। तंवर हुड्डा व कांग्रेस के खिलाफ पूरी तरह मैदान में उतर गए हैं और उनकी यह कवायद चुनाव की आखिरी वेला तक जारी रह सकती है। 

रविवार को तंवर ने गुरुग्राम, झज्जर तथा रोहतक जिलों का दौरा करके समर्थकों को एकजुट किया। मसलन, अब तंवर की लड़ाई सीधे तौर से कांग्रेस के खिलाफ हो गई है और उनके निशाने पर हाईकमान के कुछ नेताओं के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा हैं। तंवर कह चुके हैं कि 24 अक्तूबर को यह पता चल जाएगा कि कौन कितने पानी में है। वहीं अहम यह है कि इस मामले में कांग्रेस आलाकमान पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है और अभी तक पार्टी के प्रदेश प्रभारी व कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से तंवर को मनाने का कोई प्रयास नहीं किया गया है। 

समर्थकों में इस्तीफों का दौर जारी 
अशोक तंवर के समर्थन में उनके समर्थकों के इस्तीफों का दौर जारी है। रविवार को पृथला से सत्यवीर डागर, नवीन शर्मा, सुजीत भारद्वाज, पंकज डाबर, संतोष पांचाल व हन्नी रैना समेत उन सभी नेताओं ने अपने पद से इस्तीफे दे दिए, जिन्हें तंवर ने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न प्रकोष्ठों की जिम्मेदारी सौंप रखी थी। तंवर समर्थकों का कहना है कि जिस तरह कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने तंवर के साथ विश्वासघात किया है वैसे ही इस चुनाव में जनता उन्हें सबक सिखाएगी।


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Isha

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