अनिल विज के साथ सेल्फी लेने की दिखी क्रेज , गब्बर ने नही किया किसी को निराश

punjabkesari.in Sunday, Jun 30, 2024 - 01:20 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी) : हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज चाहे किसी पद पर हो या ना हो, लेकिन हमेशा से ही सुर्खियों में रहते हुए लोगों के दिलों में राज करते हैं । वे अपने बेबाक बयानों के साथ साथ हरियाणा के बीजेपी नेताओं में साफ और स्पष्ट बात करने वालों में जाने जाते हैं।

अगर वो किसी से नाराज है तो अपनी नाराजगी भी वह सीधे तौर पर जाहिर करते है और अगर किसी के काम से खुश है तो वो भी सार्वजनिक तौर पर सराहना करने से नहीं चूकते। अनिल विज की ओर से जनता के हित में किए गए कार्यों और उनके सुख-दुख में हमेशा शामिल होने का ही परिणाम है कि पंचकूला में कार्यक्रम तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का था, जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत बीजेपी के तमाम मंत्री, विधायक और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए थे।

इन सबमे सबसे ज्यादा भीड़ अकेले अनिल विज के चारों ओर ही दिखाई दी। आम नागरिक की तो बात की क्या, खुद बाजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में अनिल विज के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी हुई थी। अनिल विज की प्रसिद्धि का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बीजेपी की विस्तारित प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में जब भी किसी कार्यकर्ता या नेता को मौका मिला। वह विज के साथ फोटो खिंचता दिखा। इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं थी। पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं में भी अनिल विज के साथ सेल्फी लेने का काफी क्रेज दिखाई दिया। 

बैंक की नौकरी छोड़कर बने थे विधायक

अनिल विज राजनीति में आने से पहले बैंक में नौकरी किया करते थे और 1990 में उपचुनाव के दौरान वह बैंक की नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए। उस समय विज ने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। अनिल विज दो बार निर्दलीय रुप से विधायक बने। इसके बाद वह भारतीय जनता पार्टी की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने और बीजेपी के सत्ता में आने पर मंत्री भी बने। 

इतिहास में विज बने फुलटाइम गृहमंत्री

हालांकि जब विज गृह मंत्री बने थे तो हरियाणा के 23 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार खुद छोड़कर किसी और कैबिनेट मंत्री या विधायक को दिया हो. सूबे के मुख्यमंत्री चाहे ओम प्रकाश चौटाला रहे हों, भूपेंद्र सिंह हुड्डा हों या फिर अपने पहले कार्यकाल में में मनोहर लाल, किसी भी मुख्यमंत्री ने गृह मंत्रालय का चार्ज किसी और मंत्री को नहीं दिया था और हमेशा ही ये मंत्रालय मुख्यमंत्री के पास ही रहा। हालांकि कुछ मुख्यमंत्रियों ने बीच में राज्यमंत्री भी अटैच किए थे लेकिन फिर भी गृह मंत्रालय का मुख्य कामकाज खुद मुख्यमंत्री ने ही संभाला।

जनता दरबार ने बनाया आम लोगों के बीच लोकप्रिय

गृह विभाग मिलने के बाद अनिल विज ने अपने शानदार काम करने के तरीके से विभाग को भी पूरी तरह से मशहूर कर दिया। हरियाणा के गृहमंत्री रहते हुए विज की काम करने की शैली हमेशा चर्चा में रही। उनकी कार्यशीली पूरे हरियाणा में चर्चित थी। वो खुद जनता दरबार लगाते थे और पूरे प्रदेश से लोग अपनी समस्या लेकर विज के घर पहुंचते थे। कई बार ऐसा भी हुआ कि विज के दरबार में पूरे प्रदेश से हजारों की संख्या में लोग शिकायत लेकर पहुंचे और उनका निपटान करते-करते देर रात भी हो जाती थी, लेकिन अनिल विज समय की परवाह किए बिना देर रात तक जनता की समस्याएं सुनकर उनका हल करने में लगे रहते थे। अनिल विज के घर जो भी आया, कभी निराश होकर नहीं गया। उन्होंने हर किसी को हाथोंहाथ उनकी समस्या का समाधान करवाया। 

पूर्व गृह मंत्रियों में छोड़ी अपनी अलग छाप 

ऐसे में अनिल विज ने हरियाणा के पूर्व गृह मंत्रियों में से अपनी अलग छाप छोड़ी। कहा जाता है कि हरियाणा में मंगलसेन सबसे लोकप्रिय गृह मंत्रियों में से एक रहे हैं लेकिन अनिल विज ने कहीं ना कहीं उनको भी पीछे छोड़ दिया है। अनिल विज की लोकप्रियता इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अनिल बीच को रोहतक में बीजेपी की मंथन बैठक में खुद हरियाणा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने नाम लेकर तारीफ की, और उनके अनुभव से सीखने की बात कही, इतना ही नहीं जैसे ही अनिल विज की तारीफ हुई तो वहां सभी पदाधिकारियों ने गब्बर गब्बर के नारे भी लगाए थे।


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Content Writer

Isha

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