पियक्कड़ नहीं आ रहे बाज, नाले को बनाया सरेआम शराब पीने का अड्डा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 14, 2019 - 12:02 PM (IST)

भिवानी (ब्यूरो): लोहारू रोड ओवरब्रिज के नीचे से निकलने वाले कवर्ड नाले पर पियक्कड़ अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। इस नाले पर सुबह से लेकर रात तक पियक्कड़ों की जमात लगी रहती है। इनमें से कुछ शराबी तो नशा ज्यादा होने के चलते बेहोशी की हालत में इसी नाले पर लेट जाते हैं। इसलिए इन पियक्कड़ों के कारण खासकर इस नाले की ओर लघु शंका या शौच के लिए जाने वाली महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। 

यहां बता दें कि शहर के 60 प्रतिशत हिस्से का सीवरेज और बारिश के पानी की निकासी के लिए लोहारू रोड ओवरब्रिज के नीचे से एक नाला निकला हुआ है जिससे यह पानी सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट तक पहुंचता है। उसके बाद उस पानी को घग्गर ड्रेन में डाला जाता है। करीब 3 साल पहले तक यह नाला खुला था। मगर 3 साल पहले पब्लिक हैल्थ ने उस नाले को बंद कर नया कवर्ड नाला बनाया था। इसका कारण यह था कि इस नाले की चौड़ाई अधिक होने के चलते इसमें बेसहारा पशु गिर जाते थे। इस पर उन पशुओं को नाले से निकालने में दिक्कत होती थी। 

पियक्कड़ों की बनी पौ बारह 
हालांकि इस क्षेत्र में शराबी लोग पहले भी यहां खड़े झाड़ झंखाड़ की ओट लेकर शराब पीने का काम करते थे। मगर जब से यह नाला कवर्ड हुआ है, तब से यहां शराब पीने वालों की पौ बारह बनी हुई है। इसका कारण यह है कि वे यहां इस नाले पर बैठकर आराम से अपनी शराब की बोतल खोलकर बैठ जाते हैं और यहीं पर खाने पीने का सामान आदि ले आते हैं। दूसरी ओर यहां कई बार कुछ शराबी नशा ज्यादा होने के चलते इसी नाले पर बेहोश होकर गिर जाते हैं। उनको नशा उतरने के बाद ही होश आता है तो उसके बाद ही वे वहां से उठकर जाते हैं। 

पुलिस कर सकती है केस दर्ज 
वहीं देखा जाए तो पुलिस इस तरह के पियक्कड़ों पर कार्रवाई कर सकती है। इसका कारण यह है कि आबकारी अधिनियम के तहत इस तरह सरेआम खुले में शराब पीना एक अपराध है। इसलिए पुलिस इस तरह के पियक्कड़ों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 68/1/14 के तहत कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर या तो पुलिस खुद जमानत पर छोड़ सकती है या फिर उन्हें रात भर हवालात में रख सकती है। 
 


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Isha

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