हरियाणा के इस जिला में लिंगानुपात साल दर साल बढ़ रहा, प्रदेश में तीसरे नंबर पर पहुंचा

punjabkesari.in Saturday, Jan 16, 2021 - 05:22 PM (IST)

मेवात (एके बघेल): हरियाणा के मुस्लिम बाहुल्य जिला नूंह में साल दर साल लिंगानुपात में सुधार हो रहा है। मेवात जिला प्रदेश की सूची में तीसरे स्थान पर बरकरार है । दूसरे नंबर पर पंचकूला तथा पहले नंबर पर सिरसा जिला है। जबकि चरखी दादरी लिंगानुपात के मामले में सबसे फिसड्डी जिलों की सूची में है। 

इस बारे उप सिविल सर्जन डॉ आशीष सिंगला ने बताया कि लिंगानुपात में 949 के साथ सिरसा पहले नंबर पर है। 939 अंकों के साथ पंचकूला दूसरे स्थान पर तथा 939 अंक के साथ मेवात जिला तीसरे नंबर पर बरकरार है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में 911, वर्ष 2018 में 918, वर्ष 2019 में 221 और वर्ष 2020 में 939 लिंगानुपात है। लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या में थोड़ी गिरावट जरूर है, लेकिन हालात तेजी से सुधर रहे हैं। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ आशीष सिंगला ने कहा कि लिंगानुपात में सुधार के लिए हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी लिंग जांच करने वाले कोख के कातिलों पर कार्रवाई की जाती है। 

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इस साल आगरा तथा नूंह में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ऐसे लोगों पर कार्रवाई की है, जो लिंग जांच करने का काम करते थे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर अल्ट्रासाउंड चलाने वाले लोगों की बैठक की जाती है और उन्हें हिदायत दी जाती है। उप सिविल सर्जन ने कहा कि बेटों के मुकाबले बेटियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए बेटियों के पोस्टर-बैनर लगाकर लोगों को जागरूक किया जाता है। उन्होंने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में बेहतर कर रही हैं और अनुपात के मामले में मेवात ही नहीं बल्कि हरियाणा प्रदेश में भी लिंगानुपात के मामले में तेजी से सुधार कर रहा है।

कुल मिलाकर अगर इसी रफ्तार से हरियाणा में लिंगानुपात बढ़ता रहा तो बेटों के लिए बहू ढूंढने में दिक्कत नहीं आएंगी। इसलिए लोगों को जागरूक होकर स्वास्थ्य विभाग का साथ देना चाहिए, ताकि बेटियों को पैदा होने से पहले ही कोख में मारने वाले कातिलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा सके।


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vinod kumar

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