इस स्कूल में बच्चों को नहीं बल्कि टीचरों को सुधारने की है जरूरत, जानिए पूरा मामला

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 07:32 PM (IST)

सोनीपत (पवन राठी): प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्रणाली में सुधार का दावा तो करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसकी हकीकत कुछ और है। यूं कहें कि सरकारी स्कूलों के अध्यापक ही इसमें सुधार नहीं लाना चाहते। इस दावे का प्रत्यक्ष प्रमाण सोनीपत के गांव गढ़ी बाला में देखने को मिला है, जहां बच्चों को सुधारने वाले शिक्षकों को ही सुधारने की जरूरत महसूस की जा रही है।

दरअसल, यहां स्कूल में समय से पहले स्टूडेंट और अध्यापक गायब हो जाते हैं। पूरे मामले में डिप्टी डीईओ ने जब निरीक्षण किया तो इस मामले का खुलासा हुआ। मौके पर महज एक ही अध्यापक विद्यार्थियों को पढ़ाती हुई नजर आई। वहीं डिप्टी डीईओ ने पूरे मामले में सख्त कार्रवाई की बात कही है।

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सोनीपत के गांव गढ़ी बाला के माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को डिप्टी डीईओ कृष्ण ने स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जब हकीकत जानी तो वे भी भौचक्क रह गए। क्योंकि यहां पर समय से पहले अध्यापक व स्टूडेंट भी गायब थे। महज एक टीचर रेखा बच्चों को पढ़ाती हुई नजर आई। 

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टीचर रेखा ने बताया कि हर शनिवार को आधे से ज्यादा स्टाफ 12:00 बजे अपने घर चला जाता है और 2:00 बजे तक सारा स्टाफ अपने घर चला गया था, जबकि स्कूल का टाइम 3:30 का है। 

डिप्टी डीईओ कृष्ण ने बताया कि स्कूल का निरीक्षण किया गया है। मामले में सभी अध्यापकों से कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और अगर कोई भी खामी पाई जाती है तो नियमानुसार सभी पर कार्रवाई की जाएगी। 


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Shivam

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