''ऊंची दुकान फीके पकवान'' कहावत को पूर्ण कर रहा हरियाणा का ये सरकारी स्कूल

punjabkesari.in Thursday, Nov 14, 2019 - 11:11 PM (IST)

फरीदाबाद (अनिल राठी): ऊंची दुकान फीके पकवान इस पुरानी कहावत को पृथला विधानसभा के गांव खजूरका का राजकीय माध्यमिक विद्यालय पूरा कर रहा है। आठवीं कक्षा तक का स्कूल बाहर से चमचमाता हुआ बेशक नजर आता है, मगर अंदर से देश के भविष्य को खोखला कर रहा है, सब पढ़े सब बढ़े यह स्लोगन देने वाले शिक्षा विभाग को बता दें कि इस स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, क्षेत्र के विधायक, गांव के सरपंच इतना ही नहीं जिस स्कूल में पढ़ते हैं उसी स्कूल का नाम तक मालूम नहीं है।

यह सब उन शिक्षकों की वजह से हो रहा है जो कागजों में तो ड्यूटी पर रहते हैं, लेकिन स्कूल में नजर नहीं आते। 8 शिक्षकों वाले इस स्कूल में रियलिटी चेक करने पर सिर्फ तीन ही शिक्षक मिले स्कूल के हेड मास्टर राकेश कुमार से इस बेहद गंभीर विषय के बारे में बातचीत की गई तो वह भी अपने साथी शिक्षकों को बचाते हुए नजर आए ऐसा लगा कि उनकी रजामंदी से ही स्कूल के शिक्षक स्कूल के बाहर ही रहते हैं।

रियलिटी चेक में पाया गया कि रंग रोगन से रंगी हुई स्कूल की दीवारें और सुंदर स्कूल का गेट चमक रहा है। अंदर भी स्कूल में बेहद साफ सफाई और सभी सुख सुविधाएं भी दिखाई दी, मगर जब स्कूल में पढऩे वाले बच्चों से बातचीत की गई तो बुजुर्गों की पुरानी कहावत फिर से याद आ गई, ऊंची दुकान फीके पकवान। यहां बच्चों का शिक्षा का स्तर बहुत ही निम्न पाया गया। 

हैरानी की बात तो तब हुई जब बच्चों को पढ़ाने वाले स्कूल का नाम तक मालूम नहीं था इतना ही नहीं बच्चों को प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री शिक्षा मंत्री, क्षेत्र के विधायक और गांव के सरपंच तक का नाम नहीं मालूम था। बच्चों के विषयों की बात की गई तो बच्चों ने बताया कि उनके कई विषयों के अध्यापक हफ्ते में एक बार आते हैं इससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।

वहीं हेड मास्टर राकेश कुमार से संपर्क करने की कोशिश की तो मालूम हुआ हेड मास्टर साहब जिला पलवल में चल रहे सेमिनार में गए हुए हैं। स्कूल में मौजूद शिक्षकों से बात की तो पता चला कि पूरे स्कूल में हेड मास्टर सहित 9 अध्यापक हैं, मगर तीन ही उपस्थित दिखे, जब शिक्षकों की अनुपस्थिति के बारे में उपस्थित शिक्षकों से पूछा गया तो वह हड़बड़ाते हुए अपने साथियों को बचाते हुए नजर आए और माना कि उनके स्कूल में बच्चों का शिक्षा स्तर थोड़ा सा कम है जिसे वह जल्द ही उठाने की कोशिश करेंगे।


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Shivam

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