हरियाणा शिक्षा विभाग का अनोखा कारनामा: स्कूल में संस्कृत अध्यापक का पद था खाली, कर दी मृत टीचर की नियुक्ति
punjabkesari.in Sunday, Sep 11, 2022 - 11:20 AM (IST)

सिरसा (सतनाम) : सिरसा जिले के ऐलनाबाद के गांव "काशी का बास" में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां हरियाणा शिक्षा विभाग अपने टीचरों के प्रति कितना संजीदगा है इसका अंदाजा 9 सितंबर 2022 जारी हुई ट्रांसफर लिस्ट से ही पता चल रहा है। विभाग ने तीन महीने पहले मरने वाले टीचर हंसराज का ही ट्रांसफर काशी का बास गाँव के स्कूल में कर दिया। जैसे ही गांव "काशी का बास" के ग्रामीणों को शिक्षा विभाग की इस लापरवाही की जानकारी मिली तो उन्होंने शिक्षा विभाग के खिलाफ अपना रोष जाहिर किया।
मृत टीचर हंसराज का तबादला सिरसा जिला में ओढ़ां ब्लॉक के सालमखेड़ा गांव से ऐलनाबाद खण्ड के गांव "काशी का बास" के माध्यमिक विद्यालय में किया गया है। हंसराज जो कि तीन पहले ही सुसाइड कर चुका है। शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड में उनकी आत्मा आज भी नौकरी कर रही है। उनकी आत्मा पिछले तीन महीनों से ओढ़ां ब्लॉक के सालमखेड़ा में बच्चों को पढ़ा रही थी। अब उनकी आत्मा ऐलनाबाद ब्लॉक के कासी का बास के माध्यमिक स्कूल में संस्कृत पढ़ाएगी। क्या इतना लापरवाह है शिक्षा विभाग ?
हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि हम पिछले 21 दिन से स्कूल के सामने अध्यापकों की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है और सरकार ने हमारे साथ ये भद्दा मजाक किया है जिसको लेकर पूरे गांव में रोष है। उन्होंने कहा कि एक मृत टीचर का ट्रांसफर उनके गांव में किया गया है जो बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनके गांव में जीवित टीचर का ही ट्रांसफर किया जाए।
वहीं इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता कृष्ण वर्मा ने कहा कि सरकार शिक्षा को लेकर गम्भीर नहीं है। इस मामले की जांच हो होनी चाहिए कि कैसे एक मरे हुए अध्यापक का तबादला हो रहा है। कृष्ण वर्मा ने इस मामले की जांच की मांग करते हुए कहा कि क्या अध्यापक अब भी तनख्वाह ले रहा है उस अध्यापक का डाटा क्यों अपडेट नहीं किया गया। उन्होंने सबन्धित अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है।
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