अंधेरे से ‘उजाले’ की ओर बढ़ रहे हरियाणा के गांव, खट्टर ने करीब 5 वर्ष पहले शुरू की थी यह योजना

punjabkesari.in Friday, Oct 23, 2020 - 08:43 AM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रयोगधर्मिता वाली नीति अब हकीकत के रूप में पुख्ता साबित होती नजर आने लगी है मगर शुरूआती दौर के प्रयोग संभवत: आमजन की समझ से परे रहे हों, लेकिन अब सार्थक रूप ले रहे इन प्रयोगों की महत्ता हर किसी को समझ में भी आने लगी है। यहां बात हो रही है प्रदेश के बिजली निगम की,जिसकी कमान नए प्रयोग के तौर पर मुख्यमंत्री खट्टर ने एक पुलिस अधिकारी को सौंपी। 

ए.डी.जी.पी. रैंक के इस अधिकारी शत्रुजीत कपूर को सी.एम. ने सितम्बर 2016 में बिजली निगम की बागडोर बतौर सी.एम.डी. सौंपी थी। साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के गांवों में अंधेरा दूर करने हेतु शुरू की गई ‘मेरा गांव जगमग गांव’ योजना को जमीनी रूप प्रदान करने की बड़ी जिम्मेदारी दी और निगम भी सी.एम. खट्टर के सपनों को हकीकत बनाते हुए अब नए लक्ष्य की ओर बढ़ता प्रतीत हो रहा है। यही नहीं शत्रुजीत कपूर के नेतृत्व में जहां प्रदेश के बिजली निगम में गुणात्मक सुधार होते हुए गांव रोशन हो रहे हैं वहीं बिजली चोरी और लाइनलॉस कम होने से राजस्व में भी बढ़ौत्तरी हो रही है। इसी का नतीजा है कि निगम अब अपनी इस आमदन में से 2 फीसदी रकम समाजहित में खर्च कर रहा है।

इसकी शुरूआत करनाल जिले के एक गांव से की गई है और दावा किया गया कि जल्द ही प्रदेश के अन्य गांवों में भी इसी सोच के अनुरूप बेहतर कार्य किए जाएंगे। बिजली निगम के सी.एम.डी. शत्रुजीत कपूर ने प्रदेश के सभी गांवों में 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति करने हेतु जो खाका खींचा था उस लक्ष्य की ओर न केवल निगम तेजी से बढ़ रहा है बल्कि आने वाले करीब डेढ़ वर्ष में पूरे हरियाणा के गांव इस योजना तहत 24 घंटे बिजली आपूर्ति से जोडऩे का लक्ष्य भी रखा गया है। 

राजस्व बढ़ा तो लाइनलॉस भी हुआ कम
बिजली निगम एक तरफ प्रदेश के सभी गांवों में 24 घंटे बिजली सप्लाई देने की योजना पर बड़ी गंभीरता से काम कर रहा है तो वहीं निगम ने बिल रिकवरी, लाइनलॉस, बिजली चोरी और निगमों को घाटे से उबारने के लिए भी शत्रुजीत कपूर ने पूरा फोकस किया हुआ है। इसी का ही परिणाम है कि गांवों में वर्ष 2015 में जहां निगम का लाइन लॉस 80-90 फीसदी था उसे कम करके अब 17 फीसदी तक लाया गया है और यही नहीं उनका लक्ष्य है आने वाले दिनों में यह भी कम करके करीब 13 फीसदी तक लाया जा सके। इसके साथ ही लाइनलॉस कम होने, रिकवरी होने व बिजली चोरी कम होने से राजस्व में इजाफा हुआ तो उन्होंने निगम की ओर से इसमें लाभ में से 2फीसदी रकम गांवों में समाजहित के लिए खर्च करने की नई परम्परा का आगाज किया। इसकी शुरूआत जिला करनाल के गांव कछावा से की गई जहां निगम ने ग्राम सचिवालय में आधुनिक सुविधाओं से लैस सरदार पटेल के नाम से 20 लाख रुपए की लागत से एक लाइबे्ररी स्थापित की और विशेष बात यह है कि इस लाइब्रेरी में इसी गांव की बहू-बेटी को रोजगार भी दिलाया।

बिजली के मामले में प्रदेश को मिसाल बनाने की कोशिश : शत्रुजीत कपूर
बिजली निगम के सी.एम.डी. शत्रुजीत कपूर का कहना है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का सपना है कि प्रदेश के सभी गांवों को जगमग किया जाए और निगम भी एक बड़े लक्ष्य के साथ इस दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली सप्लाई के मामले में हरियाणा को पूरे देश में एक मिसाल बनाने की कोशिश है। निगमों को घाटे से उबारने के लिए भी काम किया जा रहा है और इसमें बिजली उपभोक्ताओं से भी सहयोग की अपील है कि वे समय पर अपने बिजली बिलों का भुगतान करें और लाइनलॉस कम करने की दिशा में सरकार को सहयोग करें। उन्होंने कहा कि हमारा यह भी लक्ष्य है कि गांवों के साथ-साथ शहरों में भी कम दरों पर निर्बाध व बेहतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। 

सार्थक साबित हो रहा सी.एम. का नया प्रयोग
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अन्य विकासकारी नीतियों के साथ-साथ हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में अंधेरा दूर करने व 24 घंटे बिजली सप्लाई देने की योजना का प्रारूप तैयार किया था। इसको मेरा गांव जगमग गांव का नाम दिया था। मुख्यमंत्री ने यह योजना जिला कुरुक्षेत्र के गांव दयालपुर से 1 जुलाई 2015 में शुरू की थी। 1 जनवरी 2016 तक 105 गांव योजना से जुड़े। मुख्यमंत्री द्वारा मिली विशेष हिदायतों के बाद शत्रुजीत कपूर ने सबसे पहले अपने निगम की कार्यप्रणाली समझी और इसके बाद खुद एक्शन प्लान तैयार कर उसे लागू किया। इसके परिणाम भी सर्वविदित हैं। वह न केवल बिजली निगम को घाटे से उबारने, लाइनलॉस कम करने व गांवों को 24 घंटे बिजली आपूॢत से जोडऩे की इस महत्वकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से खुद फील्ड में उतरे बल्कि उत्तर व दक्षिण दोनों बिजली निगमों के अधिकारियों संग बैठकें करके उन्हें भी इस कार्ययोजना को अंजाम देने की हिदायतें जारी की।

5 वर्षो में लगातार जगमग होते गए गांव 
इस नई कार्ययोजना तहत निगम के अधिकारियों ने मेरा गांव जगमग गांव की सार्थकता को बढ़ाते हुए जहां निरंतर साल दर साल पूरी रफ्तार के साथ गांवों को 24 घंटे निर्बाध रूप से बिजली सप्लाई एवं फीडरों से जोड़ा तो वहीं एक लक्ष्य के साथ लाइनलॉस, बिजली चोरी, बिल रिकवरी के मामले में सार्थक परिणाम हासिल किए। आंकड़ों अनुसार योजना के शुरूआत के बाद से 1 जनवरी 2016 तक जहां हरियाणा के 105 गांव इस योजना से जुड़ पाए थे और इनमें 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गई थी, वहीं वर्ष 2017 में गांवों की संख्या बढ़कर 405 हुई। इसी के तहत वर्ष 2018 में 1722, वर्ष 2019 में 2707 और वर्ष 2020 में 15 अगस्त तक 4755 गांव सीधे रूप से इस योजना का लाभ ले रहे हैं। 

इसके अलावा 1129 फीडरों के माध्यम से निर्बाध बिजली आपूर्ति दी जा रही है। अब आगामी वर्षों के लिए निगम की ओर से हरियाणा के सभी 7045 गांवों में 1976 फीडरों के माध्यम से 24 घंटे बिजली देना मुख्य लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निगम के अनुसार अब तक 8 गांवों में 6 फीडरों की मार्फत 21 घंटे, 25 गांवों में 16 फीडरों से 18 घंटे, 2257 गांवों में 825 फीडरों से 16 घंटे बिजली सप्लाई दी जा रही है।     


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Manisha rana

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