हैवी लाइसैंस बनवाने के लिए करनी होगी डेढ़ साल तक की वेटिंग, 25 हजार फाइले पैंडिंग

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 11:43 AM (IST)

हिसार (रमनदीप) : रोजगार के लिए हैवी लाइसैंस बनवाने के लिए प्रयासरत उम्मीदवारों को सरकारों के संसाधनों की कमी के कारण परेशान होना पड़ रहा है। पर्याप्त मात्रा में प्रबंध नहीं होने के कारण सरकार द्वारा चलाए जा रहे ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्रों पर हैवी लाइसैंस के लिए जरूरी प्रशिक्षण पर डेढ़ साल तक की वेटिंग चल रही है। आज फाईल जमा करवा रहे उम्मीदवारों को अगले साल जुलाई का समय दिया जा रहा है। संसाधनों की कमी के कारण इन केंद्रों पर 25 हजार से ज्यादा फाईल वेटिंग में अटकी हुई है।

सरकार के पास एक महीने में सिर्फ 3500 लोगों को ही प्रशिक्षण देने का प्रबंध है वहीं लाइसैंस की फाइले प्रति महीने 5 हजार से ज्यादा संख्या में आ रही हैं जिसके कारण वेटिंग लगातार बढ़ती जा रही है। पूरे हरियाणा के बड़े 22 डिपुओं में ड्राइविंग स्कूल चल रहे हैं जहां पर हर महीने 3500 सीट पर हैवी लाइसैंस के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है। इन केंद्रों पर सामान्य उ मीदवारों से 3540 रुपए व रिजर्व कैटेगरी से 1770 रुपए फीस ली जाती है। यहां पर हररोज विशेष तैयार की गई बसों से उम्मीदवारों को भारी वाहन चलाने सिखाए जाते हैं।एक अभ्यार्थी से हररोज आधा घंटा या दस किलोमीटर बस चलवाई जाती है। यह प्रशिक्षण 35 दिनों का होता है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ही हैवी लाइसैंस बनता है।

25 हजार अभ्यर्थी लाइसैंस के इंतजार में
चल रहे प्रशिक्षण केंद्रों पर 25 हजार के करीबन लाइसैंस बनवाने की फाईल वेटिंग में चल रही हैं। इन प्रशिक्षण केंद्रों में से 8 जिलों में सबसे लंबी वेटिंग चल रही है और इन सबमें बुरे हालात हिसार, सिरसा व रोहतक के हैं और सबसे आसान पंचकूला में लाइसैंस बनता है। चरखीदादरी, फतेहाबाद, नारनौल, जींद व भिवानी में लाइसैंस बनवाने  के लिए 8 महीने से लेकर एक साल तक की वेटिंग है, वहीं हिसार, सिरसा व रोहतक में यह वेटिंग 19 महीनों तक जा पहुंची है। पूरे हरियाणा का पंचकूला एकमात्र ऐसा केंद्र है जहां पर प्रशिक्षण के लिए 100 सीट है और वहां पर लाइसैंस बनवाने वाले सिर्फ 50 तक ही पहुंचते हैं।

हिसार में 280 सीट, फाइलें 4605 पैंडिंग
हिसार की बात करें तो यहां पर ड्राईविंग के लिए एक बैच में 280 सीटों पर प्रशिक्षण दिया जाता है। फिलहाल हिसार में लाइसैंस बनवाने वालों की 4605 वेटिंग में चल रही हैं। दिसम्बर में फाईल जमा करवाने वाले उम्मीदवारों को जुलाई 2020 का समय दिया जा रहा है। हिसार में 14 बसें प्रशिक्षण पर चल रही हैं। जानकारी के अनुसार बड़ा जिला होने व सिवानी, भिवानी, नरवाना तक के उम्मीदवार यहां पर आकर प्रशिक्षण ले रहे हैं।

रोजगार के लिए भी बेहद जरूरी है हैवी लाइसैंस 
हैवी लाइसेंस से रोजगार प्राप्ति में भी अहम रोल है। एक हैवी लाइसैंस धारक को ड्राइविंग के  लिए 30 से 50 हजार रुपए तक का वेतन आसानी से मिल जाता है। मान्यता प्राप्त स्कूलों से लेकर तमाम सरकारी संस्थानों में हैवी लाइसैंस धारक को ही ड्राइवर के तौर पर प्राथमिकता दी जाती है। पहले सिर्फ 8वीं पास ही हैवी लाइसैंस बनवा सकते थे, लेकिन नए नियमों में अब इस शर्त को हटा दिया गया है। इस नियम के हटने के बाद भी लाइसैंस बनवाने वालों की संख्या में इजाफा हो गया है।


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Isha

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