कैथल में सड़ा 22 करोड़ का गेंहू, रणदीप सुरजेवाला बोले- गरीबों की रोटी पर लगा सत्ता का घुण
punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2022 - 11:22 AM (IST)

कैथल (जयपाल) : पुरानी कहावत है कि जब बाड़ ही खेत को खाने लग जाए फिर खेती की रखवाली कौन करेगा। ऐसा ही कुछ मिलता जुलता खेल आजकल कैथल में चल रहा है जिनके कंधों पर पूरे जिले को संभालने की जिम्मेदारी है। जब उच्च अधिकारी ही सब कुछ जानते हुए भी दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने पर चुप्पी साध लें तो यह बात किस ओर इशारा करती है।
बता दें कि कैथल जिले में साफ-सुथरी गेहूं को एक षड्यंत्र के तहत गला सड़ा कर उसको कौड़ियों के भाव बेचकर प्राइवेट कंपनियों से मोटा मुनाफा कमाकर सरकार को 22 करोड़ रुपए का नुकसान करने वाले दोषी अधिकारियों को इस मामले में क्लीन चिट दे दिया गया है।
वहीं कैथल जिले में 11 हजार मीट्रिक टन और पूरे हरियाणा में लगभग 43 हजार मीट्रिक टन गेहूं को सड़ाने का मामला फिर से तूल पकड़ता जा रहा है। जहां 2 अक्टूबर 2022 को इसका खुलासा किया था और कैथल उपायुक्त ने 8 अक्टूबर को बताया था कि इस पर चार सदस्यों की कमेटी बनाई गई है और इसमें जो भी अधिकारी जिम्मेदार होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। इस रिपोर्ट के दस्तावेज हाथ लगे तो पता चला कि इतनी बड़ी मात्रा में गेहूं को षड्यंत्र के तहत सड़ाने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को बचा लिया गया है और सारा कसूर भगवान पर डाल दिया गया है कि प्राकृतिक कारणों से गेहूं खराब हुई है और और सभी जिम्मेदार अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी गई। इसी वजह से कैथल की उपायुक्त डॉ संगीता तेतरवाल मीडिया से बचते नजर आए और उन्होंने अपने ऑफिस से मीडिया कर्मियों को सिक्योरिटी वालों के माध्यम से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
कैथल पहुंचे सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कैथल जिले में गेहूं नहीं सड़ा है बल्कि गरीब की रोटी पर सत्ता का घुण लग गया। उन्होंने कहा कि हिमाकत तो देखिए पहले गरीब की रोटी छीन ली और जिन लुटेरों ने गरीब की रोटी को छीना उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय कहा कि यह सब भगवान का कसूर है। यही इस सरकार का तोर तरीका है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं, यह गेहूं एससी, एसटी और गरीब तबके के लोगों के लिए था जो उनके घरों में जाता और उनके परिवार का पेट पालता। परंतु ऐसा करने की वजाय अधिकारी इसको डकार गए और अब भगवान के ऊपर इल्जाम लगा दिया कि अब उनको पकड़ कर लाइए यह भगवान का कसूर है।
सुरजेवाला ने कहा कि परंतु सच्चाई यह है कि है सरकार का कारनामा है जिसकी वजह से गरीब के हक पर हमला हुआ है और हमारी मांग है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जांच करवाई जाए। क्योंकि सरकार जांच के नाम पर केवल लीपापोती कर रही है। यह लीपापोती अब नहीं चलेगी। सरकार अब गरीब पिछड़े समाज को जवाब दें कि उनकी इस गेहूं को भाजपाई घुन कैसे लगा और किसने लगाया।
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