इनैलो को किसकी लगी नजर, हालातों का जिम्मेदार कौन?

punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 10:35 AM (IST)

पानीपत (खर्ब): चार दशक तक हरियाणा की राजनीति में देवीलाल परिवार का सिक्का बोलता रहा। देवीलाल परिवार की पार्टी लोक दल के साथ भाजपा व दूसरी पाॢटयों ने भी समय-समय पर सहयोग किया, लेकिन आज देवी लाल का परिवार दो पाॢटयों में बंटने के बाद भी अपने नेताओं को नहीं संभाल पा रहा है।  पार्टी टूटने से पहले हरियाणा में ऐसा माहौल बनने लगा था कि इस बार इनैलो की सरकार आ सकती है।

यदि बहुमत भी नहीं आता तो गठबंधन में सरकार बनाने जैसे हालात बन सकते थे लेकिन दोनों पक्षों के नेताओं की आगे निकलने की लालसा, पार्टी पर एकाधिकार, सुप्रीमो का जेल जाना, भाजपा की प्लांनिग व हालातों ने पार्टी को यहां तक पहुंचा दिया। हालांकि इनैलो या पूर्व लोक दल के लिए इस प्रकार के हालात पहले भी आ चुके हैं जिन हालातों पर काबू पाते हुए पार्टी ने दोबारा सत्ता तक पहुंचने का काम किया था। 

इनैलो के विधायक व कई बड़े नेता भाजपा में शामिल होते जा रहे हैं। इससे इनैलो की स्थिति काफी पतली होती जा रही है। हालांकि इनैलो के नेता दावा कर रहे हैं कि आने वाली सरकार उनकी होगी, लेकिन हालात उलटे होते जा रहे हैं। अब लोगों में चर्चा शुरू हो गई है कि इनैलो के ऐसे बुरे दिनों के लिए कौन जिम्मेदार है?

इनैलो के पुराने समर्थक इसके लिए अपने-अपने तर्क देते हैं। ऐसे समर्थकों का मानना है कि यदि ओम प्रकाश चौटाला अजय चौटाला व उसके परिवार को आगे रखकर इनैलो को चलाने का काम करते तो परिवार में फूट न होती तथा न ही जे.जे.पी. नाम से नई पार्टी बनती लेकिन दूसरी ओर ओम प्रकाश चौटाला के कट्टर समर्थकों का कहना है कि ओम प्रकाश चौटाला अनुशासनहीनता को सहन नहीं करते तथा जेल जाने के बाद अभय चौटाला ने ही पार्टी को संभाला था। यही कारण है कि ओम प्रकाश चौटाला ने गोहाना रैली की हूटिंग के बाद सख्त कदम उठाते हुए हूटिंग के दोषियों को इनैलो से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। 


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Isha

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