सर्दी का सितम: 3 दिन में 55 से अधिक लोगों को पड़ा दिल का दौरा, ठिठुरता हुआ दिल दे रहा दगा

punjabkesari.in Monday, Jan 11, 2021 - 12:53 PM (IST)

फरीदाबाद : नश्तर सी चुभती सर्दी तीर सी दिल में भी उतर रही है। फरीदाबाद के सरकारी समेत विभिन्‍न निजी अस्पतालों में पिछले तीन दिनों में सर्दी की वजह से 55 है अधिक रोगी दिल के दौरे पड़ने के बाद भर्ती हुए। अस्पतालों के आउटडोर में भी दिल थामे पहुंचने वालों की कतार लंबी हो गई है | हाड़कंपाती सर्दी शरीर के हर अंग पर हमला करती है। तापमान अगर अधिक. थ कम हो जाए तो फिर इसकी जद में दिल भी आ हो जाता है। बैसे बुजुर्गों को खतरा अधिक है। वे इस जाड़े के मौसम में अधिक सावधानी बरतें बेहतर रहेगा। बारिश के साथ पिछले तीन दिनों से सर्दी तेज है। इसने लोगों के दिल को भी तगड़ा झटका दिया है।

डॉक्टरों के अनुसार बीके अस्पताल के मेडीटिना सरकारी हार्ट सेंटर में पिछले तीन दिनों में दिल के दौरे के 9 मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई है। जबकि ओपीडी में तीन दिन में 30 मरीज ईको जांच व एंजियोग्राफी के पहुंचे। इनमें से ही 15 मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई। इसी प्रकार शहर के एस्कॉर्ट फोट्सि अस्पताल, मैट्रो हार्ट अस्पताल, सर्वोदय, एशियन व क्यूआरजी अस्पतालों की ओपीड़ी में करीब 125 मरीज पहुंचे। जिनमें से करीब 48 मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई। जो सामान्य दिनों की तुलना में अधिक है | बीके अस्पताल के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. ओम जीवन की माने तो इनमें अधिकांश बुजुर्ग मरीज थे। लेकिन एक फीसदी मरीज प्रतिदिन 40 से कम आयु वर्ग के पहुंच रहे है । यदि युवाओं का आंकडा देखे तो शहर के सभी 5 बड़े हार्ट सेंटरों में हर रोज करीब 6 से 8 युवा मरीज भी हार्ट अटैक के आ रहे है, जिनकी एंजियोप्लास्टी की जा रही है।

हार्ट सेंटर के सीओओ प्रवीण तिवारी के अनुसार पिछले दिनों बीके अस्पताल में पिछले तीन दिन में 4 1 मरीजों की एंजियोप्लास्टी की गई है ।हालांकि उतना अधिक मरीज नहीं बढ़े हैं लेकिन पुराने की बजाय नए केस अधिक आ रहे हैं। हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण तेज सर्दी माना जा रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि यदि तापमान में यूं ही गिरावट होती रही तो पीड़ितों की संख्या और अधिक बढ़ सकती है।

क्या है हार्ट अटैक : कोरोनरी धमनी (दिल को किक या, पहुंचाने वाली रक्‍त वाहिका ) के सिकुड़ने या ब्लॉक होने पर यह दिल को ऑक्सीजनयुक्त रक्‍त से वंचित कर देती है। जिससे मांसपेशी कोशिकाएं खत्म हो जाती है । ऐसे में दिल शरीर के सभी हिस्सों में पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर पाता। इससे हार्ट अटैक होता है। देश के जाने माने वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रताप कुमार ने बताया कि जिन मरीजों को दिल की बीमारी है, उनके लिए सर्दी सबसे खराब है। सर्दियों के दौरान सीने में बेचैनी, खूब पसीना, गर्दन हाथ, जबड़े और कंधे में दर्द या सांस की तकलीफ को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।

ऐसे बचें इससे : हदय रोगी सुबह जल्दी उठकर बाहर नहीं घूमें, ओस कम होने पर ही बाहर निकलें, दिनभर में थोड़ा, थोड़ा आहार लें, सर्दियों में लोग तेल, घी आदि से बचें, भारी वजन नहीं उठाएं, तनाव मुक्त रहें, शराब, धूम्रपान से बचें।

इन दिनों बढ़ जाता है शरीर में कॉलेस्ट्रोल
सर्दी के कारण अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ती है सामान्यतः चार से पांच रोगियों की रोजाना एंजियोप्लास्टी कर रहे हैं। इनदिनों यह संख्या ओपीर्ड में 10 से 12 पहुंच गई है। सर्दियों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर सामान्य से अधिक होने की अशंका रहती है। इससे दिन के रोगों के होने का खतरा बढ़ता है।

कुछ भी असामान्य दिखे तो डॉक्टर से मिलें
सर्दी के मौसम की वजह से तीन दिन में 9 रोगियों की एंजियोप्लास्टी हुई है। जबकि बीके अस्पताल में हम दिसम्बर माह की तारीख तक 70 एंजियोप्लस्टी कर चुके हैं। इनमें बुजुर्गों की संख्या अधिक है। लेकिन नए मरीजों में 40 साल तक के युवा अधिक अस्पताल आ रहे हैं। सर्दी में यह संख्या बढ़ जाती है। हद्य संबंधी असमान्यता दिखने पर लापस्वाही न करें तत्काल नजदीक के डॉक्टर को दिखाना चाहिए।


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Manisha rana

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