फर्जी गैंगरेप के मामले फंसा कर लाखों ऐंठने वाली महिला आरोपी गिरफ्तार, साथ देने वाली एसआई फरार

punjabkesari.in Friday, Mar 06, 2020 - 04:14 PM (IST)

पानीपत (सचिन नारा): फर्जी गैंगरेप समेत 19 केस दर्ज करा चुकी एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। वह हनीट्रैप में फंसा कर महिला एसआई योगेश कुमारी की मदद से पानीपत के स्क्रैप कारोबारी समेत तीन लोगों से 50 लाख रुपये वसूलने की कोशिश कर रही थी। साजिश में शामिल एसआई फरार है।

कारोबारी को आवास पर बुलाकर बनाया वीडियो
दरअसल, महिला ने कारोबारी समेत तीन लोगों का अपने आवास पर बुलाकर वीडियो बना लिया था। 22 फरवरी को 25 हजार रुपये कारोबारी ने दे भी दिए, बाकी के पैसे नहीं मिलने पर महिला ने चांदनीबाग थाने में तीनों पर गैंगरेप का केस दर्ज करा दिया। तभी साजिश रचने वाली महिला और एसआई में भी विवाद हो गया। 

महिला को लगा कि आरोपियों से साठगांठ कर एसआई ने 12 लाख रुपये वसूल लिए हैं और उसे कुछ भी नहीं मिला। तब उसने एसआई के खिलाफ एसपी को शिकायत दे दी। वहीं कारोबारी ने भी एसपी को शिकायत दी तो एसआईटी बना दी गई। 6 दिन की जांच के बाद एसआईटी ने गैंगरेप की धारा हटाकर एसआई और महिला को केस में आरोपी बना लिया। गुरुवार को पूछताछ के लिए थाने में बुलाकर महिला को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एसआई योगेश फरार है। महिला को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

15 और 50 लाख में फंसा पेंच
एक दिन बाद कारोबारी और उसके साथी महिला और एसआई को 5 लाख रुपये देने को तैयार थे। एसआई 15 से 10 लाख पर आ गई, जबकि महिला 50 लाख रुपये पर अड़ी रही। जब दो दिन तक रुपये नहीं मिले तो महिला को लगा कि आरोपियों से सांठगांठ कर एसआई ने रुपये ऐंठ लिए। तब उसने तीनों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज करा दिया। 

अगले दिन कारोबारी लोकेश जैन ने एसपी को शिकायत दी। तब महिला को लगा कि उसे एसआई रुपये लेते हुए पकड़वा देगी। तब उसने एसआई के खिलाफ साजिश में शामिल की शिकायत एसपी को दे दी। साथ में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और एसआई से हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सौंपी। डीएसपी पूजा डाबला के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई। जांच में फुटेज और रिकॉर्डिंग से महिला और एसआई की साजिश बेनकाब हो गई।

गिरफ्तार आरोपी महिला
मामले की जांच कर रही एसआईटी के मुताबिक आरोपी 40 वर्षीय महिला चांदनी बाग थाना क्षेत्र में रहती है। 6 माह से वह चांदनी बाग थाने की एसआई योगेश कुमारी को जानती थी। दोनों ने रुपये कमाने के लालच में बड़े मुर्गे को फंसाने की साजिश रची। इसीलिए महिला ने पहले पड़ोसी रकम सिंह से दोस्ती की। फिर पैसों की जरूरत बता किसी से मदद कराने की बात कही। तब रकम सिंह अपने जानकार लोकेश जैन व उसके ड्राइवर सुनील के साथ महिला के घर पहुंच गए। 

तभी एसआई घर के बाहर आई और महिला को फोन लगाया, तब महिला ने कहा कि अभी कुछ नहीं हुआ। फिर एसआई वहां से चली गई। बाद में तीनों ने शराब पी। तीनों वहीं पांच घंटे रहे। इसके बाद एसआई पहुंच गई और धमकाकर उसने 50 लाख रुपये मांगे। डर के मारे कारोबारी ने 25 हजार रुपये दे दिए, जो एसआई ने रख लिए। बाकी के पैसे बाद में देने की बात तय हुई।


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Shivam

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