भाकियू के युवा प्रदेशाध्यक्ष गिरफ्तार, BJP व JJP के कार्यकर्ताओं के खिलाफ किया था फेसबुक लाइव

punjabkesari.in Friday, Apr 02, 2021 - 02:29 PM (IST)

बहल (पुरुषोत्तम):  भारतीय किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद को बहल पुलिस ने बुधवार सांय को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर आरोप है कि हिसार के राज्यसभा सदस्य सुभाष चन्द्रा के हिसार में होली के दिन होने वाले कार्यक्रम को लेकर सोशल मिडिया पर लाईव पोस्ट किया था। सरकारी अमले के दबाव में उन पर होली के दिन ही एफआईआर दर्ज की थी तथा गुरूवार को लोहारू अदालत में भारी पुलिस बल के बीच पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत भेज दिया गया है। उनकी जमानत पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।

वहीं किसान यूनियन ने इसे सरकारी तंत्र का दुरूपयोग करते हुए किसान आंदोलन को दबाने की बात कही है। बहल पुलिस ने सिपाही रणजीतसिंह की शिकायत पर किसान यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें सिपाही ने आरोप लगाया था कि रवि आजाद ने लाईव आकर फेसबुक पेज पर कहा था कि बीजेपी व जेजेपी के कार्यकर्ताओं व नेताओं को गांवों में नहीं घुसने देना है। अपने लठों को तेल लगाकर रखो ओर पंजाब के बीजेपी विधायक जैसा ही इनका हाल करो। होली के दहन में कृषि कानूनों की प्रतियां जलाओं और काले कपड़े अपनी जेबों के रखो ओर कृषि के नए कानूनों का जमकर विरोध करो। हमारा कुछ भी हो जाए लेकिन हिसार में हम सुभाष चन्द्रा का प्रोग्राम नहीं होने देंगे।

इस शिकायत के आधार पर ही पुलिस ने रवि आजाद पर सोशल मीडिया पर भडक़ाऊ भाषण देने, परिशांति भंग करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कर लिया था। बुधवार सांय को बहल पुलिस ने किसान नेता को मोबाइल फोन व जेब में रखें पैसों सहित उसकी गाड़ी समेत हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया था। गुरूवार को किसान नेता को लोहारू में एसडीजेएम की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जिला भेज दिया गया है। इधर भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सरासर गला घोंटकर सरकार ने रवि आजाद को जेल भिजवाया है। इस मामले में पूरे देश व प्रदेश में प्रदर्शन किए जाएंगे तथा सरकार के खिलाफ किसान आंदोलन ओर तेज होगा। हमें पता है कि यह सब मंत्रियों ओर नेताओं के इशारों पर किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है।

कल जमानत पर होगी सुनवाई
रवि आजाद के अधिवक्ता सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि केस में जमानत के बारे में शुक्रवार को अदालत में दोबारा सुनवाई होगी तथा अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात नहीं होना चाहिए। 
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Isha

Recommended News

Related News

static