डी.ए.वी. कालेज फार वूमैन में चल रहा अवैध निर्माण

punjabkesari.in Tuesday, Sep 08, 2015 - 01:49 AM (IST)

करनाल: सी.एम. सिटी में अवैध निर्माणों का सिलसिला लगातार जारी है। नगर निगम का खौफ लोगों के दिल से हटता जा रहा है। अवैध निर्माणों का भूत नगर निगम के पीछे लग गया है। शहर में एक बात आम हो गई है कि नगर निगम नोटिस से ज्यादा किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। समूचे शहर में लगभग 3 दर्जन से ज्यादा अवैध निर्माण चल रहे हैं। नगर निगम अधिकारियों और  अवैध निर्माणकत्र्ताओं के बीच फ्रैंडशिप जंग छिड़ी हुई है। नगर निगम अधिकारी अवैध अतिक्रमणकत्र्ताओं को बचने का रास्ते निकाल देते हैं। खुद तो बचते हैं दूसरों को भी बचा लेते हैं। जब तक नोटिस का खेल चलता है तब तक अवैध निर्माण पूरा हो जाता है और नगर निगम के पास कोर्ट में जाने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचता। कोर्ट में भी आज तक नगर निगम अधिकतर केसों में नहीं जीती है।

 

यही कारण है कि लोग धड़ल्ले से शहर में अवैध निर्माण कर रहे हैं। एस.डी. सीनियर सैकेंडरी स्कूल के बाहर दुकानों का निर्माण, एस.डी. माडल स्कूल में अवैध निर्माण, रेलवे रोड पर गुप्ता टायर्स के ऊपर अवैध निर्माण के बाद अब डी.ए.वी. कालेज वूमैन में भी बिना अनुमति के अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है। यह निर्माण कोई नया नहीं है। इससे पहले भी यहां पर बिना अनुमति के निर्माण कार्य होते आए हैं लेकिन नगर निगम और प्रबंधन के बीच नोटिस-नोटिस का खेल चलता रहा है। आर.टी.आई. से यह जानकारी उजागर हुई। डी.ए.वी. कालेज फार वूमैन का भवन लगभग 50 साल पुराना बना हुआ है। इसके बाद जो भी एडिशन या अल्ट्रेशन की गई है, उसका कोई भवन मानचित्र नगर निगम से स्वीकृत नहीं करवाया है। यह जवाब माडल टाऊन निवासी नरेंद्र कुमार द्वारा आर.टी.आई. से प्राप्त की गई जानकारी के आधार पर दिया गया है। 

 
नगर निगम आयुक्त से उन्होंने पूछा था कि डी.ए.वी. कालेज फार वूमैन रेलवे रोड करनाल के परिसर में जो निर्माण कार्य चल रहा है, उस निर्माण कार्य को करने के लिए जो जरूरी अनुमति आपके कार्यालय द्वारा प्रदान की गई है, उसकी सत्यापित कापी प्रदान करने की कृपा करें। इसके जवाब में नगर निगम ने कहा कि डी.ए.वी. महिला कालेज रेलवे रोड करनाल को कोई भी अनुमति नहीं दी गई। दूसरा सवाल उन्होंने पूछा था कि कालेज ने निर्माण कार्य करने से पहले आपके कार्यालय में कौन-कौन से दस्तावेज जमा करवाएं। उसका पूरा ब्यौरा देने की कृपा करें। इसके जवाब में भी उन्होंने यही कहा कि उन्हें कोई अनुमति नहीं दी गई है। इसके बाद  कालेज में चल रहे अवैध निर्माण पर सवाल खड़े होने लगे हैं। 
 
यही सवाल नगर निगम पर भी खड़े हो रहे हैं। 50 साल के दौरान डी.ए.वी. महिला कालेज के भवन का कायापलट हो गया लेकिन अभी तक न तो कालेज ने कोई परमिशन ली और न ही किसी तरह के दस्तावेज जमा करवाए। इस कालेज में अब तक कई निर्माण हुए हैं और इन दिनों भी निर्माण कार्य चल रहा है। नगर निगम ने अभी तक कोई कार्रवाई की या फिर नहीं। इस मामले को लेकर नगर निगम के ई.ओ. धीरज कुमार ने बताया कि यह टैक्नीकल बात है। इस मामले में वह टैक्रिकल विंग से ही बात करके कुछ कह पाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि नगर निगम ने कोई नोटिस दिया है तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि यह तो कार्यकारी अभियंता ही देखते हैं। वह आज कार्यालय में नहीं हैं। 
 
उन्होंने बताया कि अवैध निर्माणों को बख्शा नहीं जाएगा जो बीत चुका वह बीत चुका। अब नए सिरे से अवैध निर्माणों के खिलाफ मुहिम चलाई जाएगी। स्मार्ट सिटी बनने के रास्ते में खड़ी करनाल सिटी आखिरकार अवैध निर्माणों के रास्ते अपना सफर किस तरह से तय कर पाएगी। यह एक बड़ा सवाल है लेकिन स्मार्ट सिटी बनने से पहले सी.एम. सिटी इल लीगल निर्माणों की सिटी बनती जा रही है।

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