कुरुक्षेत्र में किसान संगठनों की बैठक, केंद्र सरकार की वायदाखिलाफी को लेकर किसान संगठन भडके

punjabkesari.in Friday, Feb 04, 2022 - 12:34 PM (IST)

कुरुक्षेत्र : केंद्र सरकार की वायदाखिलाफी को लेकर राष्ट्रीय सर्वखाप जनकल्याण मंच किसान संगठन के बैनर तले कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला आयोजित हुई। बैठक में 35 खापों के प्रतिनिधियों, 3 किसान संगठनों, जनकल्याण मंच के प्रदेश प्रभारियों और जिला प्रधानों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता सर्व खाप के राष्ट्रीय संयोजक एवं जन कल्याण मंच किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष टेकराम कंडेला ने की। बैठक में कुल 9 प्रस्ताव पारित किए गए जिन्हें अब प्रदेश और केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा। 

बैठक में विशेष रूप से भारतीय किसान मजदूर नौजवान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य राजेंद्र आर्य रोड, जन कल्याण मंच के प्रदेश प्रभारी सुभाष बड़सीकरी, चहल खाप हरियाणा के प्रधान सूरजमल चहल, महिला कंडेला खाप की प्रधान सुदेश कंडेला, धमतान तपा के प्रधान रंगी राम, जींद भाकियू प्रधान हजूरा सिंह कंडेला, मंच के जिला प्रधान किशनलाल डांडा, सहारन खाप के प्रधान रामपाल कंडेला, खाप के महासचिव राम दिया, भाकियू नेता अशोक नरवाल, अभय राम कंडेला, भारतीय लोक शक्ति करनाल के जिला सचिव अशोक नरवाल, भाकियू हरियाणा टिकैत ग्रुप से नफे सिंह, किसान यूनियन हरियाणा के प्रधान हजूरा सिंह कंडेला आदि मौजूद रहे। 

बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए टेकराम कंडेला ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एक साल तक शांतिपूर्वक आंदोलन चलाया गया था। आंदोलन को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार से कुछ मांगों बारे सहमति बनी थी लेकिन सरकार द्वारा उन मांगों को अभी तक पूरा नही किया गया। उन्होंने सरकार पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाया और सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि मांगों को 15 दिनों तक लागू नहीं किया गया तो आंदोलन फिर से बड़े स्तर पर खड़ा किया जाएगा। 

भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र आर्य,किसान नेता सुभाष बड़सीकरी ने सरकार से मांग की कि जिस प्रकार कैथल जिला में 12 शहीद किसानों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है उसी प्रकार प्रदेश के हर जिले में शहीद किसानों को मुआवजा शीघ्र दिया जाए। टेकराम कंडेला ने बताया कि एमएसपी को कानूनी गारंटी दर्जा देने बारे कमेटी की कोई घोषणा नहीं की गई।  किसान आंदोलन के दौरान देश व प्रदेश के किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस नही लिए गए। हिन्दू मैरिज एक्ट में संशोधन करके एक गांव-एक गौत्र में शादी पर रोक लगाई जाए। लड़कियों की शादी की उम्र 21 वर्ष करने बारे खापों में ऐतराज नहीं है परंतु मां-बाप की मर्जी होने पर शादी पहले करने की मंजूरी दी जाए। स्वामीनाथन रिपोर्ट को पूरी तरह से लागू किया जाए। चौधरी चरण सिंह व बंसीलाल की फोटो यूनिवर्सिटी के कलैंडर में लगाई जाए। 

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Content Writer

Manisha rana

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