शिक्षकों ने वेतन की मांग को लेकर कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2019 - 01:32 PM (IST)

कुरुक्षेत्र (धमीजा):  कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आऊटसोॄसग पर लगे शिक्षकों ने समान वेतन की मांग को लेकर कुलपति कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया और नारेबाजी की और भूख हड़ताल शुरू की। गुस्साई शिक्षकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। शिक्षक अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत हैं लेकिन सरकार एवं प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा है जिस कारण उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा है।

प्रदर्शनकारी शिक्षकों को कई छात्र संगठनों ने समर्थन देने का ऐलान किया। एस.एफ.आई. के प्रदेश अध्यक्ष सुमन तथा जिला संयोजक गगन ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लगभग 193 एक्सटैंशन लैक्चरर हैं जो पिछले कई सालों से विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे हैं लेकिन जब प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों में समान वेतन समान काम की प्रणाली को लागू कर दिया है तो विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए ये बड़े शर्म की बात है कि वो इन शिक्षकों को समान वेतन नहीं दे रहा।

कुछ दिनों पहले एक फरमान जारी करते हुए विश्वविद्यालय में डुप्लीकेट डी.एम.सी., डुप्लीकेट डिग्री निकलवाने और ट्रांसक्रिप्शन तथा गवर्नमैंट वैरीफिकेशन की फीसों को बढ़ाकर लगभग दोगुना कर दिया है जिस कारण विद्यार्थियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर अपनी समान वेतन समान काम की मांग को लेकर बैठे एक्सटैंशन लैक्चरर का भी समर्थन करती है। 

प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कुलपति को सौंपा ज्ञापन 
कुरुक्षेत्र यूनिवॢसटी कांट्रैक्ट असिस्टैंट प्रोफैसर्स एसोसिएशन ने डा. त्रिविक्रम तिवारी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफैसर कैलाश चंद्र शर्मा को सौंपा। एसोसिएशन केमीडिया प्रवक्ता डा. अभिनव ने कहा कि अनुबंधित प्राध्यापक अपनी समान काम समान वेतन की मांग को विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष समय-समय पर रखते रहे हैं। जिस पर प्रशासन द्वारा कोर्ट केस का हवाला देकर लगातार हमारी मांगों को अनदेखा किया जा रहा है जबकि वे कोर्ट केस को एक बहाना मानकर चल रहे हैं।

 उन्होंने कहा गुरू जंभेश्वर विश्वविद्यालय में ही ऐसा केस पहले से ही था लेकिन उन्होंने भी अपने अनुबंधित शिक्षकों को समान काम समान वेतन का लाभ दे दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 22 जुलाई 2019 को जारी किए गए पत्र संख्या के डब्ल्यू. 18/133-2015-यू.एन.पी. (4)पर भी कोई विचार नहीं किया गया तथा कोई समाधान नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन प्रशासन की घोर अनदेखी के चलते अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है।

भूख हड़ताल करने वालों में डा. आजार्य शिलकराम, डा. प्रज्ञा, डा. पंकज, डा. तपेशकिरण शामिल है। यह बड़ी विडंबना है कि हरियाणा के सबसे प्रतिष्ठित कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के अनुबंधित सहायक प्रोफैसर अपनी हितों की लड़ाई के लिए प्रयासरत है। इस अवसर पर डा. विवेक जैन, डा. संगीता, डा. दिशा, डा. महेश कुमार, डा. नवीन चहल, डा. राहुल देव, राकेश कुमार, सचिन वर्मा, सुनिता, गौरव कुमार, राहुल गर्ग, डा. इम्यिाज अहमद, डा. पंकज, डा. मयंक, डा. नेहा, डा. आशिष सांगवान, डा. कर्मदीप, डा. ज्ञानसागर, डा. शिवानी, डा. मुकेश कुमार, डा. एकता, डा. रविद्र, डा. अमरदीप डा. पुरुषोतम, डा. संजीव शर्मा, डा. रेणु, डा. मेघा गुप्ता, डा. आशिफ अहमद, डा. सुरेद्र कुमार शर्मा, डा. दिव्या, डा. कीॢत, अमित कुमार, गुरुविरेंद्र सिंह, बलराम चौधरी, गीता जागड़ा, डा. रचना शर्मा आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।  


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Isha

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